CII के पूर्वोत्तर भारत के अध्यक्ष बनने के बाद एसके बेहरा ने ‘प्रभात खबर’ से शेयर किया विकास का रोडमैप

भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) के पूर्वोत्तर भारत के अध्यक्ष बनने के बाद एसके बेहरा ने ‘प्रभात खबर’ से खास बातचीत में विकास का रोडमैप व सीआईआई की भविष्य की योजनाएं शेयर कीं.

By Guru Swarup Mishra | April 6, 2024 10:34 PM
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जमशेदपुर: भारत के पूर्वोत्तर राज्यों में अब विकास की रफ्तार बढ़ेगी. इसमें झारखंड की भूमिका अग्रणी हो सकती है, बशर्ते पूर्वोत्तर के राज्यों की सरकारें औद्योगिक विकास के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के साथ काम करें. सीआईआई भी साथ में काम करने को तैयार है. भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के इस्टर्न रीजन के अध्यक्ष बनने के बाद एसके बेहरा ने प्रभात खबर से खास बातचीत ये बातें कहीं. श्री बेहरा ने विकास के अपने रोडमैप और सीआईआई की भविष्य की योजना की सारी जानकारी भी साझा की. वे आरएसबी समूह के वाइस चेयरमैन सह प्रबंध निदेशक (एमडी) भी हैं.

झारखंड में इंफ्रास्ट्रक्चर पर काम करने की जरूरत
एसके बेहरा ने कहा कि पूर्वोत्तर भारत में काफी संभावनाएं हैं. अभी उत्तर, दक्षिण और पश्चिम भारत का विकास और विस्तार हो चुका है. यहां काफी काम हुए हैं. अभी पूर्वोत्तर भारत में ही अपार संभावनाएं है. ओडिशा राज्य का विकास काफी तेजी से हो रहा है. बंगाल में सर्विस सेक्टर में काफी तेजी से काम हो रहा है, लेकिन वहां उद्योगों को स्थापित करने के लिए उद्यमियों और कारोबारियों को आमंत्रित करने की जरूरत है. बिहार में उद्योगों के निवेश को आगे लाने के लिए सीआइआइ हरसंभव मदद पहुंचाने को तैयार है. वहीं, असम में भी तेजी से काम हो रहा है, जो काबिले तारीफ है. कंस्ट्रक्शन के क्षेत्र में तेजी से काम हो रहा है, जिसके जरिये वहां तेजी से विकास संभव हो सकेगा. छत्तीसगढ़ में भी न्यू रायपुर का विस्तार हुआ है और अभी और ग्रोथ हो रहा है. नये शहरों को विकास के साथ ही उद्योगों को भी स्थापित करने पर जोर देना होगा ताकि विकास हो सके. इसके लिए सीआइआइ सारे राज्यों की सरकारों के साथ अलग-अलग स्तर पर मीटिंग कर इसका रास्ता निकालता है.

उद्योगों को सब्सिडी दे झारखंड सरकार
झारखंड के विकास पर अपनी सोच को साझा करते हुए श्री बेहरा ने कहा कि झारखंड में विकास के लिए कार्य योजना को धरातल पर उतारने की जरूरत है. जिस तरह ओडिशा और तमिलनाडु जैसे राज्य 30 फीसदी तक की सब्सिडी दे रहे हैं, उस तरह की सब्सिडी उद्योगों को देने से वे लोग इन राज्यों में उद्योग लगायेंगे. खास तौर पर इंजीनियरिंग सेक्टर को आगे ले जाने की जरूरत है. इस तरह की सब्सिडी देने से उद्योग लगाने वालों को राहत होगी ही, वहीं सरकारों को भी राजस्व में लाभ होगा. अगर कोई कंपनी लगेगी, तो जीएसटी समेत अन्य टैक्स में भी लाभ मिलेगा.

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जमशेदपुर के विकास के लिए एयरपोर्ट जरूरी
सीआइआइ ईस्टर्न जोन के चेयरमैन श्री बेहरा ने कहा कि जमशेदपुर में एयरपोर्ट सबसे ज्यादा जरूरी है. सौ साल पुरानी कंपनियां यहां हैं. यह पूर्वोत्तर भारत की रीढ़ है. ओडिशा में रायरंगपुर जैसे इलाके में एयरपोर्ट बन रहा है. लेकिन जमशेदपुर में एयरपोर्ट नहीं बन रहा है. इससे उद्योगों को परेशानी हो रही है. विकास पर ग्रहण लग जा रहा है. उन्होंने कहा कि आयडा के समेकित विकास का प्लान को धरातल पर उतारना चाहिए. यहां रोड और इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर जो काम चल रहा है, उस काम को ग्लोबल कंपनियों को दिया जाना चाहिए ताकि काम बेहतर हो सके. इसके अलावा टाटा मोटर्स जैसी एक और कंपनी की स्थापना यहां होगी, तो विकास की रफ्तार और तेज होगी. कई अन्य उद्योग लग सकेंगे. इसके लिए सीआइआइ हर संभव सहयोग करने को तैयार है.

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