Loading election data...

जमशेदपुर के सिटी इन होटल की क्षतिग्रस्त बिल्डिंग गिरी, जान माल का नहीं हुआ नुकसान

जमशेदपुर के एनएच-33 स्थित सिटी इन होटल की क्षतिग्रस्त बिल्डिंग देर रात अपने आप गिर गयी. बिल्डिंग गिरने से जान माल का कोई नुकसान नहीं हुआ. मंगलवार को बिल्डिंग में दरार आने के बाद जिला प्रशासन ने ऐहतियात भरते हुए बुधवार को दो ब्लॉक को खाली करा दिया था.

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 18, 2022 9:57 AM

Jamshedpur News: जमशेदपुर के एनएच-33 स्थित सिटी इन होटल की क्षतिग्रस्त बिल्डिंग देर रात अपने आप गिर गयी. बिल्डिंग गिरने से जान माल का कोई नुकसान नहीं हुआ. मंगलवार को बिल्डिंग में दरार आने के बाद जिला प्रशासन ने ऐहतियात भरते हुए बुधवार को दो ब्लॉक को खाली करा दिया था. इसमें एक क्षतिग्रस्त भवन का ब्लॉक जिसमें कौशल विकास केंद्र चलता था और दूसरा उससे सटा हुआ था. जिसके बाद दीनदयाल उपाध्याय कौशल विकास केंद्र भवन के 100 फीट की परिधि में एसडीओ पीयूष सिन्हा ने धारा-144 लगा दिया था. मानगो अंचल अधिकारी की रिपोर्ट पर यह कार्रवाई की गयी थी. सीओ ने 16 नवंबर को दी अपनी रिपोर्ट में 15 नवंबर की घटना का जिक्र करते हुए बताया कि भवन के दुर्घटनाग्रस्त होने की आशंका है. जिसको देखते हुए 100 फीट की परिधि में धारा-144 लगाया जाये.

मालूम हो कि जमशेदपुर के एनएच-33 स्थित सिटी इन होटल परिसर में बने एक भवन में मंगलवार की शाम अचानक दरार आने से भवन में रह रहे छात्रों में हड़कंप मच गया था. बिल्डिंग के अचानक से पीछे की ओर धंसने और प्लास्टर टूट कर गिरते देख हॉस्टल में रह रहे युवक अपने सामान लेकर सड़क पर उतर गये थे. सूचना मिलने के बाद होटल सिटी इन के मालिक विनोद सिंह और मानगो पुलिस के पदाधिकारी दल बल के साथ मौके पर पहुंचे. सिटी इन होटल के परिसर में एक तीन मंजिला भवन बना हुआ है. जिसमें दीनदयाल उपाध्याय कौशल केंद्र के छात्रों की ट्रेनिंग और रहने के लिए हाॅस्टल की व्यवस्था की गयी है.

Also Read: जमशेदपुर के होटल सिटी इन के भवन में चल रहे कौशल विकास केंद्र में आयी दरार, 150 छात्रों को निकाला बाहर

मंगलवार शाम कौशल विकास केंद्र के भवन में दरार आ गयी थी. जिसके बाद दूसरे दिन बुधवार को एसडीओ पीयूष सिन्हा की निगरानी में दो ब्लॉक को सील कर दिया गया था. ताकि जानमाल का नुकसान नहीं हो. इसके साथ ही भवन के उत्तरी दिशा में एनएच 33 के सड़क पर वाहनों की पार्किंग पर रोक लगा दी गयी थी. अगर भवन खुद से नहीं गिरता है तो भवन को ध्वस्त करने की दिशा में टाटा स्टील यूआइएसल और भवन विभाग के जानकारों से प्रशासन सुझाव ले रही थीं. मगर देर रात बिल्डिंग अपने आप गिर गयी.

हॉस्टल में रहते थे 150 बच्चे

दीनदयाल उपाध्याय कौशल केंद्र में 150 बच्चे रह रहे थे. हॉस्टल में कुल 30 कमरे हैं. पिछले तीन माह से बच्चे यहां रह कर सिलाई मशीन ऑपरेटर, एसी- वाशिंग मशीन और इलेक्ट्रिशियन का काम सिख रहे थे. घटना के बाद सभी बच्चों को पास के ही एक दूसरे हॉस्टल में शिफ्ट करा दिया गया.

Next Article

Exit mobile version