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जेएनएसी, जुगसलाई क्षेत्र में बड़े नालों की सफाई शुरू, मानगो में 3 जून से

मानसून के पूर्व जमशेदपुर अधिसूचित क्षेत्र समिति और जुगसलाई नगर परिषद ने बड़े नालों की साफ- सफाई शुरू कर दी है. जमशेदपुर अधिसूचित क्षेत्र समिति एरिया में कुल 56 बड़े नाले है.

By Prabhat Khabar News Desk | May 31, 2024 9:44 PM

जमशेदपुर .

माॅनसून के पूर्व जमशेदपुर अधिसूचित क्षेत्र समिति और जुगसलाई नगर परिषद ने बड़े नालों की साफ- सफाई शुरू कर दी है. जमशेदपुर अक्षेस एरिया में 56 बड़े नाले हैं. जिनमें बिष्टुपुर के रामदास भट्टा क्षेत्र में 15, नॉर्दर्न टाउन क्षेत्र में 11 , सोनारी क्षेत्र में सात, काशीडीह क्षेत्र में 10, बर्मामाइंस क्षेत्र में 10, बारीडीह क्षेत्र में 3 बड़े नाले शामिल हैं. जबकि जुगसलाई नगर परिषद क्षेत्र में पांच प्रमुख बड़े नाले हैं. विद्यापति नगर, बारीडीह, साकची गुरुद्वारा बस्ती, सोनारी, सर्किट हाउस एरिया, आशियाना गार्डन, पंचवटी नगर, शास्त्री नगर, अनिल सूर पथ, कदमा, रामजन्म नगर आदि इलाके में बने नाले की टाटा स्टील यूटिलिटीज एंड इन्फ्राट्रक्चर सर्विसेज लिमिटेड (जुस्को) की देखरेख में सफाई करायी जा रही है. मानगो नगर निगम क्षेत्र में 3 जून से बड़े नालों की सफाई शुरू होगी. मानगो नगर निगम क्षेत्र के बड़े नाले : चाणक्यपुरी, मून सिटी, लक्ष्मण नगर, शांतिनगर, रोड नंबर 14, मुर्दा मैदान, खड़िया बस्ती नाला

जुगसलाई नगर परिषद क्षेत्र में बड़े नाले

1. तेजाब नाला स्टेशन रोड गुदरी मार्केट से गौशाला नाला रोड होते हुए शिव घाट तक

2. स्टेशन रोड अंडरब्रिज से गाड़ाबासा

3. छप्पन भोग से नया बाजार तक

4. पटना कॉलोनी से गरीब नवाज कॉलोनी नदी तक

5. पुरानी बस्ती पंछी बागान से खड़गेश्वर धाम नदी तक

क्या आ रही हैं दिक्कतें :

बड़े नालों में लोग सीधे कचरा फेंक देते हैं, जिससे कर्मचारियों को सफाई करने में दिक्कतें हो रही है. अतिक्रमण की वजह से जेसीबी को नालों के अंदर तक ले जाने में दिक्कतें आ रही हैं. कई जगहों पर लोगों ने पेड़ों को काट कर नदी में बहा दिया. जो आगे चलकर पुल में फंस गये हैं. जिससे सफाई कार्य प्रभावित हो रही है. नाला के पानी का बहाव अवरुद्ध हो जा रहा है. घरों से बहाया गया कचरा सीधे नदी तक पहुंच रहा है. जिससे नदी प्रदूषित हो रही है. निकाय की ओर से आम जनता कचरे को नदी, नालों में नहीं फेंकने, घर से निकलने वाले घर का अपशिष्ट संग्रहण वाहन में देने. छोटे बड़े नालों में अतिक्रमण नहीं करने और अनावश्यक स्लैब न लगाने. पेड़ों को काट कर नालों में न बहाने तथा प्रतिबंधित सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल न करने की अपील की गयी है.

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