साइबर सिक्यूरिटी पर फोकस कर चलानी होंगी कंपनियां

सीआइआइ का साइबर सिक्यूरिटी पर आयोजित सेमिनार में कंपनियों के कारोबार को साइबर हमलों से बचाने पर मंथन, दुनिया में अब तक 300 अरब डॉलर का हो चुका है कंपनियों के साथ साइबर फ्राड

By Prabhat Khabar News Desk | May 11, 2024 6:53 PM

प्रमुख संवाददाता, जमशेदपुर

साइबर सिक्यूरिटी पर फोकस कर कंपनियों को चलाना होगा. अगर इसमें जरा भी लापरवाही हुई, तो निश्चित तौर पर कंपनियों को काफी ज्यादा नुकसान होगा. यह बातें भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआइआइ) के साइबर सिक्यूरिटी पर आयोजित सेमिनार में यह बातें सामने आयी. इसमें देश भर के जानकारों ने हिस्सा लिया. इस मौके पर सीआइआइ जमशेदपुर के अध्यक्ष सह वैदेही मोटर्स के एमडी दिलू पारीख ने भारतीय व्यवसायों द्वारा डिजिटल प्रौद्योगिकियों को अपनाने में प्रभावशाली वृद्धि पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि प्रौद्योगिकी उन्नति ने व्यवसायों, विशेष रूप से एमएसएमइ को अपनी दक्षता बढ़ाने और वैश्विक बाजार तक बेहतर पहुंच बनाने के अवसरों में मदद की है.

वैश्विक साइबर धोखाधड़ी 300 अरब डॉलर का उद्योग है : एस झा

सीआइआइ झारखंड के संयोजक और टाटा स्टील के चीफ बिजनेस ट्रांस्फोर्मेशन व बिजनेस सोल्यूशन सराजीत झा ने कहा कि पूरी दुनिया में साइबर फ्राड के जरिये काफी बड़ा घोटाला हो रहा है. वैश्विक साइबर धोखाधड़ी 300 अरब डॉलर का उद्योग है, जो बढ़ रहा है. दुनिया के सभी डिजिटल लेनदेन का 40 फीसदी भारत में होता है, जो साइबर सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित करने की स्थिति है.

99 फीसदी कार्यों का इंटरनेट से ही कुछ ना कुछ लेना देना है : शिवम कमानी

सीआइआइ आइसीटी स्टार्टअप के सह संयोजक और स्पार्क्स टेक्नॉलॉजी के एसोसिएट प्रेसिडेंट शिवम कमानी ने निजी व्यक्तियों के साथ-साथ कंपनियों के लिए भी बढ़ते साइबर अपराधों के खतरे पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि 99 फीसदी कार्यों का इंटरनेट से ही कुछ ना कुछ लेना देना है. श्री कमानी ने ऐसे उदाहरण दिये, जहां साइबर सुरक्षा के बारे में जानकारी न होने के कारण एमएसएमइ को नुकसान उठाना पड़ा. साइबर सुरक्षा पर सीआइआइ झारखंड कार्यशाला ‘आधुनिक युग में व्यावसायिक सुरक्षा सुनिश्चित करना’ एक ऐसा मंच है, जिसमें प्रतिभागियों ने साइबर सुरक्षा पेशेवरों के साथ बातचीत की.

डोमेन पर सर्वोत्तम प्रथाओं को सीखा

इस मौके पर समूह गतिविधियों पर विचार-मंथन किया और डोमेन पर सर्वोत्तम प्रथाओं को सीखा. सत्र के दौरान अपने विचार साझा करने वाले प्रख्यात वक्ताओं में टाटा स्टील के प्रमुख आइटी इंफ्रा, नेटवर्क और साइबर सुरक्षा मृणाल के पाल, स्काइलिंक कम्युनिकेशंस के नेटवर्क और आइटी सुरक्षा सलाहकार भार्गो देव चक्रवर्ती और जमशेदपुर के डीएसपी साइबर अपराध विद्या शंकर मौजूद थे.

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