डॉ एके पॉलक्लीनिकल कार्डियो डायबिटीज सोसाइटी ऑफ इंडिया ने आयोजित किया सेमिनार
तेजी से बढ़ रहे शुगर के मरीजों पर जतायी चिंता
जमशेदपुर :
एनएच-33 पारडीह के पास स्थित होटल में क्लीनिकल कार्डियो डायबिटीज सोसाइटी ऑफ इंडिया बिहार-झारखंड शाखा द्वारा आयोजित तीन दिवसीय सेमिनार रविवार को संपन्न हो गया. इस सेमिनार के अंतिम दिन कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गये. देश में तेजी से बढ़ रहे शुगर के मरीजों पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि कम उम्र में डायबिटीज होना खतरनाक है. बच्चे अपने भविष्य पर ध्यान देंगे या फिर बीमारी से लड़ेंगे, यह बड़ा सवाल है. इसकी रोकथाम को लेकर सभी को जागरूक होने की जरूरत है. वहीं, चिकित्सकों को भी विशेष पहल करने की आवश्यकता है. इसे ध्यान में रखते हुए शहर में क्लीनिकल कार्डियो डायबिटीज सोसाइटी ऑफ इंडिया (सीसीडीएसआइ) जमशेदपुर शाखा का गठन किया गया. इसके अध्यक्ष डॉक्टर उमेश खां व सचिव डॉक्टर एके पॉल को बनाया गया है. वहीं, जल्द ही पूरी कमेटी गठित कर इस विषय पर काम करने का निर्णय लिया गया. डॉक्टर उमेश खां ने कहा कि इस कमेटी का मकसद लोगों को मधुमेह के प्रति जागरूक करना है. खासकर कम उम्र में बढ़ता मधुमेह चिंता का विषय है. इसकी रोकथाम को लेकर कमेटी कई तरह का काम करेगी. उनका प्रयास होगा कि शहर के विभिन्न स्कूलों में जाकर बच्चों को इस खतरनाक बीमारी के बारे में बताया जाये. इसके प्रति जागरूक करना अति-आवश्यक है. मधुमेह बढ़ने के कारण पर फोकस किया जायेगा. चूंकि, आजकल जिस तरह से लोगों का खान-पान व लाइफ स्टाइल हो गया है, वैसी परिस्थिति में शुरू से ही ध्यान देने की जरूरत है. तभी वे इस बीमारी के बारे में सही ढंग से जागरूक हो सकेंगे. उन्होंने कहा कि मधुमेह एक साइलेंट किलर है और वह शरीर के सभी महत्वपूर्ण अंगों को डैमेज कर देता है. उन्होंने कहा कि अगस्त माह में चाईबासा में एक सेमिनार आयोजित किया जायेगा. ताकि वहां भी कमेटी गठित कर अधिक से अधिक लोगों को इस बीमारी के प्रति जागरूक किया जा सके. इस दौरान डॉ. एके विरमानी, डॉ. सतीष प्रसाद, डॉ. निर्मल कुमार, डॉ. राम कुमार, डॉ. आरएल अग्रवाल, डॉ. रतन कुमार, डॉ. एनसी सिंघल, डॉ. निवेदिता मिश्रा सहित अन्य डॉक्टर उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है