मनीष कुमार सिन्हा
जमशेदपुर : झारखंड के जमशेदपुर में कोरोना वायरस से बचाव के नाम पर नकली सैनीटाइजर का कारोबार धड़ल्ले से चल रहा था. हैंड सैनीटाइजर का निर्माण बर्मामाइंस स्थित फिनाइल की एक फैक्ट्री में चल रहा था.
जमशेदपुर के अनुमंडल पदाधिकारी ने गुरुवार (19 मार्च, 2020) को छापामारी करने के बाद इसका खुलासा किया. एसडीओ ने बताया कि सैनीटाइजर बनाने वाली फैक्ट्री अवैध रूप से चल रही है. इसके पास न तो लाइसेंस है न ही इसके उत्पाद कोरोना वायरस से लड़ने में सक्षम हैं.
एसडीओ चंदन कुमार ने बताया कि बर्मामाइंस क्षेत्र में स्टार टॉकीज के पास स्थित हैंड सैनीटाइजर बनाने वाली फैक्ट्री के मालिक के पास ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक्स एक्ट के तहत जरूरी लाइसेंस भी नहीं है. इतना ही नहीं, फैक्ट्री में जो सैनीटाइजर बन रहे हैं, वह कीटाणुओं से लड़ने में सक्षम नहीं है. श्री कुमार ने बताया कि एक बोतल की कीमत 155 रुपये रखी गयी है. अभी वह जांच कर रहे हैं कि इसे किन जगहों पर बेचा गया है. कहां-कहां इसकी सप्लाई हो रही थी.
एसडीओ ने कहा कि जांच के बाद इनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जा सकती है. अभी इस बात की जांच की जा रही है कि फैक्ट्री के संचालक टैक्स अदा कर रहे हैं या नहीं. जो उत्पाद (हैंड सैनीटाइजर) बन रहा है, वह एंटी बैक्टीरियल है या नहीं. इन तमाम चीजों की जानकारी लेने के बाद फैक्ट्री के संचालक के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई की जायेगी.
चंदन कुमार ने लोगों से अपील की कि कोरोना का संक्रमण तेजी से फैल रहा है. हालांकि, इससे घबराने की जरूरत नहीं है. सतर्क रहने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि लोग अफवाहों से बचें. साबुन, सैनीटाइजर आदि की जमाखोरी न करें. यदि कुछ लोग इसकी जमाखोरी शुरू कर देंगे, तो दूसरे लोग सुरक्षित कैसे रहेंगे. इसलिए अपनी जरूरत के हिसाब से ही इन चीजों की खरीदारी करें. उतनी ही चीजें अपने पास रखें, जितनी की उनको जरूरत है.
श्री कुमार ने मीडिया और आम लोगों से अपील की यदि किसी को ऐसी फैक्ट्री और ऐसे नकली उत्पाद के बारे में कोई जानकारी मिले, तो उसकी सूचना एसडीओ कार्यालय या पुलिस को दें. मामले की जांच की जायेगी और लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करने वाले ऐसे लोगों के खिलाफ प्रशासन की ओर से सख्त कार्रवाई की जायेगी. समाचार लिखे जाने तक छापामारी की कार्रवाई जारी है.