कोरोना के नये वैरिएंट ओमिक्रोन के खतरे के बीच अच्छी खबर, CSIR के वैझानिकों ने तैयार की सुपर वैक्सीन की तकनीक

सीएसआइआर के वैज्ञानिकों ने नये वैरिएंट ओमिक्रोन से लड़ने के लिए सुपर वैक्सीन ककीतकनीक तैयार की है. महज एक सप्ताह में तैयार हो सकेगा वैक्सीन, जिसका लैब टेस्ट पूरा दिसंबर तक पूरा हो जाएगा.

By Prabhat Khabar News Desk | November 29, 2021 9:03 AM

जमशेदपुर : कोरोना के नये वैरिएंट ओमिक्रोन (B.1.1.529) से गंभीर खतरे की आशंका के बीच अच्छी खबर यह कि भारत के काउंसिल ऑफ साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च (सीएसआइआर) के वैज्ञानिकों ने कोरोना के हर प्रकार के वैरिएंट से लड़ने के लिए ‘सुपर वैक्सीन’ तैयार करने की टेक्नोलॉजी विकसित की है. अमेरिका में जिस एमआरएनए (मैसेंजर राइबोन्यूक्लिक एसिड ) तकनीक के इस्तेमाल से अमरीकी दवा कंपनी का फाइजर और दूसरा टीका मोर्डना तैयार किया गया था, उसी एमआरएनए तकनीक को भारतीय वैज्ञानिकों ने भी विकसित कर लिया है.

इसमें सीएसआइआर के वैज्ञानिकों ने अहम भूमिका निभायी है. ‘प्रभात खबर’ से बातचीत में सीएसआइआर के चीफ साइंटिस्ट सह इनोवेशन मैनेजमेंट एंड डायरेक्टोरेट डॉ राजेंद्र प्रसाद सिंह ने यह जानकारी दी. श्री सिंह गुरुवार को सीएसआइआर-एनएमएल में आयोजित एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने शहर पहुंचे थे. डॉ सिंह ने कहा कि एमआरएनए तकनीक का लैब टेस्ट हो चुका है. दिसंबर में इसका ट्रायल जानवरों पर किया जायेगा.

कैंसर के इलाज की उम्मीद जगी:

कैंसर जैसी लाइलाज बीमारी को भी एमआरएनए टीकों का प्रोटीन हरा सकता है. दुनिया में अब तक निपाह, जीका, हर्पीज, डेंगू और हेपेटाइटिस के लिए एमआरएनए टीकों की घोषणा की गयी है. वैज्ञानिक का मानना है कि इस तकनीक के इस्तेमाल से कैंसर के मरीजों को ठीक किया जा सकता है.

लैब टेस्ट पूरा, दिसंबर के अंत तक जानवरों पर ट्रायल

महज एक सप्ताह में तैयार हो सकेगा वैक्सीन

फाइजर व मोर्डना वैक्सीन में भी इसी तकनीक का प्रयोग

अमेरिका की तुलना में करीब पांच गुणा कम होगी भारतीय टीका की कीमत

इन देशों में नया वैरिएंट :

द अफ्रीका, बोत्सवाना, ब्रिटेन हांगकांग, बेल्जियम, इस्राइल, जर्मनी, चेक गणराज्य

डब्ल्यूएचओ ने इस नये वैरिएंट को बेहद संक्रामक और चिंताजनक बताया है

दावा है कि यह सबसे खतरनाक वैरिएंट है, क्योंकि यह 32से ज्यादा म्यूटेंट से मिल कर बना है

इतने सारे म्यूटेंट के एक ही वैरिएंट में मिलने से कमजोर इम्यूनिटी वाले ज्यादा प्रभावित हो सकते हैं

नाम है ओमिक्रोन

डब्ल्यूएचओ ने इस नये वैरिएंट बी.1.1.529 को ओमिक्रोन नाम दिया है. इस श्रेणी में अत्यधिक संक्रामक वाले वैरिएंट को रखा जाता है़

12 देशों पर खास नजर : जिन 12 देशों में नये वैरिएंट मिले हैं, वहां से भारत आनेवाले लोगों की सख्ती से कोविड जांच होगी.

इन देशों ने लगाया बैन

अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा, रूस, श्रीलंका और यूरोपीय संघ ने अफ्रीकी देशों से लोगों की आवाजाही पर फिलहाल प्रतिबंध लगा दिया है़

Posted By : Sameer Oraon

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