महिला थाना में आ रहे है घरेलू हिंसा के मामले, परिवार न टूटे इसलिए की जा रही है काउंसलिंग
पति पत्नी और ससुराल में मारपीट के आते हैं अधिकांश मामले, थाना में काउंसलिंग के लिए बना है स्पेशल डेस्क
वरीय संवाददाता, जमशेदपुर
शहर में महिला प्रताड़ना के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. महिला प्रताड़ना और घरेलू हिंंसा से जुड़ी करीब पांच से 10 मामले हर रोज साकची महिला थाना में आ रहे हैं. इनमें से अधिकांश मामलों का निष्पादन साकची महिला थाना काउंसलिंग द्वारा किया जा रहा है. कुछ मामलों में परिवार के लोगों द्वारा ही छेड़छाड़ व पति द्वारा मारपीट जैसे मामलों में पुलिस तुरंत केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू करती है. इसके अलावा पॉक्सो और यौन शोषण से संबंधित सभी मामलों में फौरन केस दर्ज कर कार्रवाई की जाती है.जानकारी के अनुसार पूर्व की अपेक्षा में हाल के दिनों में पारिवारिक हिंसा के मामले काफी बढ़े हैं. कई ऐसे मामले भी आ रहे हैं, जिसमें विवाद का कोई आधार नहीं होता है. इसके बाद भी दोनों पक्ष एक दूसरे के खिलाफ कई प्रकार के आरोप लगाते हैं. ऐसे में अधिकतर मामलों को काउंसिलिंग करके सुलझा दिया जाता है. जिन मामलों में काउंसलिंग व डालसा की ओर से किये जाने वाला प्रयास विफल हो जाता है, तो पुलिस फिर केस दर्ज कर देती है. आपसी विवाद को लेकर कोई परिवार न टूटे, इसलिए महिला थाना की ओर से काउंसलिंग की पूरी व्यवस्था की गयी है. ऐसे में लोगों को समझा कर मामलों का निष्पादन करने के की प्रक्रिया को प्राथमिकता दी जाती है.
महिला थाना में है काउंसलिंग डेस्क
साकची महिला थाना में घरेलू और पारिवारिक मामलों का निष्पादन के लिए डेस्क बनाया गया है. इसमें कुछ एनजीओ की महिलाओं को शामिल किया गया है. पति- पत्नी के विवाद और घरेलू हिंसा के मामले आने पर साकची थाना के पुलिस पदाधिकारी पहले दोनों पक्ष को बुला कर समझाते हैं. जब पुलिस की बात मानने से इंकार होता है, तो पुलिस के दिशा निर्देश पर एनजीओ की महिलाएं दोनों पक्ष से बात कर उन्हें समझाने का प्रयास करती हैं. काउंसलिंग में महिलाओं के खिलाफ हो रहे अपराध को काम करने के लिए दोनों पक्षों से बातचीत भी करते हैं, ताकि कलह को खत्म किया जा सके.केस – 1
बागबेड़ा की रहने वाली एक महिला ने अपने पति के खिलाफ मारपीट और प्रताड़ना का केस दर्ज कराया. महिला का आरोप था कि उसके पति नशा करने के बाद गंदी-गंदी गालियां देते हैं. मारपीट करते हैं, इसलिए वह उसके साथ नहीं रहना चाहती है. मामला महिला थाना पहुंचने के बाद पुलिस ने दोनों पक्ष को समझाया. उसके बाद उन दोनों को काउंसलिंग टीम के पास भेजा गया, जहां टीम ने उन दोनों को तलाक के नुकसान के बारे में जानकारी दी. इसके बाद दोनों ने आपसी समझौता कर एक साथ रहने को राजी हो गये.केस -2
बारीडीह की एक महिला ने साकची थाना में पति और ससुराल वालों के खिलाफ मारपीट और दहेज के लिए प्रताड़ित करने का केस दर्ज कराया. महिला ने कहा कि वह अपने पति के साथ तब रहेगी, जब वह अपने मां – बाप से अलग रहेंगे, लेकिन उसका पति मां- पिता काे छोड़ कर रहने से इंकार कर दिया. इसके बाद पुलिस ने इसमें दोनों पक्ष और उनके परिवार के लोगों को थाना बुला कर समझाया. उसके बाद दोनों पक्ष के अभिभावकों को केस दर्ज होने वाली परेशानी को बताया. साथ ही उन लोगों को कैसे रहना है, उसके बारे में जानकारी दी. इसके बाद दोनों पक्ष एक साथ रहने के लिए राजी हो गये.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है