झारखंड के राज्यपाल बोले- दुनिया पेटेंट के पीछे भागती रही, कोरोना में भारत ने मुफ्त वैक्सीन करा दी उपलब्ध
देश के राष्ट्राध्यक्ष भी हमारे देश और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने नतमस्तक खड़े रहते हैं. राज्यपाल शनिवार को बहरागोड़ा के नेताजी सुभाष शिशु उद्यान के समीप सैरात मैदान में मेगा स्वास्थ्य शिविर का उद्घाटन कर रहे थे.
रांची/बहरागोड़ा : राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने कहा है कि मलेरिया जैसी बीमारी का वैक्सीन ढूंढ़ने में दुनिया के वैज्ञानिकों को 20 वर्ष से भी अधिक समय लग गया. जब कोविड आया, तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश के वैज्ञानिकों ने कोविड की वैक्सीन खोज निकाली. भारत ने अपने 140 करोड़ देशवासियों को तो वैक्सीन दी ही, साथ ही दुनिया के दो दर्जन से अधिक देशों को मुफ्त में यह वैक्सीन उपलब्ध करायी. दुनिया पेटेंट के पीछे भागती रही, लेकिन भारत ने जिम्मेदारी निभाते हुए पेटेंट के बजाय मानव सेवा को प्राथमिकता दी. गरीबों के इलाज के लिए प्रधानमंत्री की ओर से पांच लाख रुपये की सहायता मिलती है.
यही कारण है कि दूसरे देश के राष्ट्राध्यक्ष भी हमारे देश और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने नतमस्तक खड़े रहते हैं. राज्यपाल शनिवार को बहरागोड़ा के नेताजी सुभाष शिशु उद्यान के समीप सैरात मैदान में मेगा स्वास्थ्य शिविर का उद्घाटन कर रहे थे. राइट्स लिमिटेड एवं सिटीजंस फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस समारोह में राज्यपाल ने कहा कि स्वास्थ्य ही धन है. इसलिए लोगों को नियमित अपनी स्वास्थ्य की जांच करानी चाहिए. भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ दिनेशानंद गोस्वामी द्वारा लगाये गये 51 वें शिविर में 1,825 मरीजों का इलाज किया गया. इस शिविर में बंगाल, ओड़िशा, झारखंड व जमशेदपुर से 46 डॉक्टरों के साथ उनके सहयोगी व मेडिकल स्टॉफ भी पहुंचे थे. मौके पर राज्यपाल के अंग्रेजी में दिये भाषण का बहरागोड़ा के एक युवक विप्लव शंकर ने हिंदी में अनुवाद किया.