जमशेदपुर, निसार: झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिले के आदित्यपुर के रहने वाले अंबुज कुमार बीसीसीआई पैनल अंपायर बन गये हैं. बीसीसीआई (भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड) ने बीसीसीआई लेवल-2 अंपायरिंग परीक्षा का रिजल्ट जारी कर दिया है. जून महीने में बीसीसीआई ने लेवल-2 अंपायरिंग की परीक्षा अहमदाबाद में आयोजित की थी. इसमें पूरे भारत से अंपायरों ने परीक्षा दी थी. 133 अंक लाकर इन्होंने परीक्षा पास कर ली है. 150 अंकों की परीक्षा थी. अंबुज कुमार अब बीसीसीआई के घरेलू टूर्नामेंट में अंपायरिंग करेंगे. आपको बता दें कि लगभग आठ वर्षों से झारखंड स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन के टूर्नामेंटों में अंबुज कुमार अंपायरिंग कर रहे हैं.
अंबुज कुमार ने 133 अंक हासिल किए
बीसीसीआई लेवल-2 अंपायरिंग की परीक्षा कुल 150 अंकों की थी. इसमें से 120 अंक लाने वाले अंपायर पास हुए हैं. झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिले के आदित्यपुर के रहने वाले अंबुज कुमार ने कुल 133 अंक अर्जित करते हुए यह परीक्षा पास की है.
अब घरेलू टूर्नामेंट में करेंगे अंपायरिंग
झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिले के आदित्यपुर के रहने वाले अंबुज कुमार अब बीसीसीआई के घरेलू टूर्नामेंट में अंपायरिंग करेंगे. लगभग आठ वर्षों से झारखंड स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन के टूर्नामेंटों में अंबुज कुमार अंपायरिंग कर रहे हैं. बीसीसीआई पैनल अंपायरों की सूची में अंबुज कुमार से पहले जमशेदपुर के सोमनाथ झा, प्रकाश कुमार व रविशंकर शामिल हैं.
शानदार लेफ्टआर्म स्पिनर रहे हैं अंबुज कुमार
अविभाजीत बिहार की ओर से अंडर-16, अंडर-19 और अंडर-22 स्टेट टीम में खेल चुके अंबुज कुमार एक शानदार लेफ्टआर्म स्पिनर रहे हैं. अंबुज के अलावा बोकारो की निधि बुल्ले भी लेवल-2 अंपारिंग परीक्षा में उत्तीर्ण हुई हैं. उन्होंने 133.5 अंक अर्जित किये.
जेएससीए ने बोकारो, गिरिडीह, दुमका और गढ़वा से कई दस्तावेज मांगे
इधर, पिछले कुछ महीने से दुमका, बोकारो और गिरिडीह जिला क्रिकेट संघ में चल रहे विवाद की शिकायतों के बाद जेएससीए ने इन जिलों के अध्यक्ष और सचिव को पत्र लिखकर संबंधित जिले के संविधान और बैंक डिटेल्स की मांग की है. विवाद को देखते हुए जेएससीए को इस मामले में हस्तक्षेप करना पड़ रहा है.
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विवादों के निबटारे की कोशिश
जेएससीए इन जिलों के बाइलॉज की गहनता से जांच के बाद सभी जिलों के बाइलॉज में एकरूपता लाने पर मंथन करेगा. इसके बाद अगस्त के अंतिम सप्ताह में होने वाले एजीएम से पहले सभी जिला संघ के प्रतिनिधियों के साथ बैठक करेगा. जिससे विवादों का निबटारा हो सके.