आदित्यपुर के उपमेयर को धमकाने व रंगदारी मांगने वाला आरोपी गिरफ्तार, गैंगस्टर अमन साहू के लिए करता है काम
जमशेदपुर के आदित्यपुर में उपमेयर अमित सिंह से रंगदारी मांगने के मामले में गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस से पूछताछ में उन्होंने बताया कि वो गैंगस्टर अमन साहू के लिए काम करता है. बता दें कि वो पहले भी मारपीट के मामले में जेल जा चुका है.
जमशेदपुर : नगर निगम आदित्यपुर के उपमेयर अमित सिंह को फेसबुक पर फोटो व वीडियो जारी कर धमकी देने व रांची के चिकित्सक, जमीन कारोबारी व ठेकेदारों से गैंगस्टर सुजीत सिन्हा व अमन साहू के नाम पर रंगदारी मांगने का आरोपी युवक भाटिया बस्ती निवासी आशीष पाठक को नगड़ी थाना रांची में दर्ज रंगदारी मांगने के मामले में पुलिस ने मधुबनी (बिहार) से गिरफ्तार किया.
पुलिस ने उसके पास से रंगदारी मांगने की घटना में प्रयुक्त मोबाइल बरामद किया है. इस संबंध में रांची ग्रामीण एसपी नौशाद आलम ने बताया कि आशीष पाठक की संलिप्तता सुखदेवनगर थाना क्षेत्र निवासी एक जमीन कारोबारी से 50 लाख रुपये रंगदारी मांगने की घटना में भी सामने आयी है. घटना को लेकर 10 जनवरी को केस दर्ज हुआ था. इसके अलावा एक करोड़ रुपये रंगदारी मांगने को लेकर कांके थाना में पांच जनवरी को दर्ज केस में भी आरोपी की संलिप्तता रही है. वर्तमान में उसे संदीप कुमार राज से एक करोड़ रुपये रंगदारी मांगने के आरोप में नगड़ी थाना में 23 दिसंबर 2021 को दर्ज केस में गिरफ्तार किया गया.
आरोपी मारपीट मामले में जेल जा चुका है :
आरोपी के खिलाफ रंगदारी मांगने व मारपीट के आरोप में वर्ष 2020 में आदित्यपुर थाना में भी केस दर्ज हुआ था. उसने भाटिया बस्ती में एक कारोबारी व उसके पुत्र के साथ अपने दोस्तों के साथ मारपीट की थी. जिसमें उसे जेल गया था. एसपी के अनुसार आरोपी ने पूछताछ में अमन साहू व सुजीत सिन्हा के लिए काम करने की बात को स्वीकार किया है. आरोपी की तलाश में पहले सरायकेला में छापेमारी की गयी थी. वह वहां से भागकर सीतामढ़ी चला गया और रिश्तेदार के यहां छिपकर रह रहा था. पुलिस की टीम तकनीकी शाखा के सहयोग से पीछा करते हुए सीतामढ़ी पहुंची, तब वह वहां से भाग मधुबनी पहुंच गया था.
सअनि का थाना प्रभारी पर प्रताड़ना का आरोप
चौका थाना में पदस्थापित सअनि संजय दास ने चौका थाना प्रभारी धर्मराज कुमार पर मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है. इसकी जानकारी श्री दास ने पुलिस मेंस एसो अध्यक्ष को दी है. जिसमें कहा गया है कि वे सिरिस्ता कार्य पर पदस्थापित हैं. एसपी कार्यालय के आदेश पर 27 अगस्त 2020 से योगदान चौका थाना में दिया है.
योगदान के बाद से काम में कोई व्यवधान नहीं हुआ. इसके बाद पशुपति राउत को रायजामा पिकेट से लाकर सिरिस्ता कार्य में लगा दिया. जबकि वे सिरिस्ता कार्य अकेले ही करने में सक्षम हैं. सिरिस्ता संबंधित एक-एक कर सभी कार्यों से उन्हें मना किया जा रहा है. इससे काफी हताश हैं. इस संबंध में थाना प्रभारी ने कहा कि थोड़ा आपसी मतभेद हुआ है. कल आपस में बैठकर मामले को सुलझा लिया जाएगा.
Posted By : Sameer Oraon