– ज्योति हत्याकांड –
ज्योति के पिता का आरोप –
– रवि के परिवार के लोग भी ज्योति को करते थे प्रताड़ित
– बेटे की शादी के दौरान रवि ने ज्योति को ओवरडोज दवा दे दी थी
फोटो- दूबे जी
वरीय संवाददाता, जमशेदपुर
ज्योति के पति रवि को बेटे के जैसा मानता था, लेकिन अब हमारी इच्छा है कि कोर्ट उसे कड़ी से कड़ी सजा दे, ताकि समाज के बीच एक संदेश भी जाये. पुलिस इस बिंदु पर जरूर जांच करे कि ज्योति की हत्या के पीछे कोई और कारण तो नहीं. उक्त बातें ज्योति अग्रवाल के पिता प्रेम अग्रवाल ने मंगलवार को जुगसलाई स्थित अपने आवास पर संवाददाता सम्मेलन के दौरान कही. वहीं, ज्योति की बहन दीपिका अग्रवाल ने रवि अग्रवाल को फांसी की सजा देने का अनुरोध अदालत से की है. ज्योति के पिता प्रेम अग्रवाल ने बताया कि कई बार रवि और ज्योति के बीच झगड़ा हुआ, लेकिन बार-बार रवि को समझा कर मामले को शांत किया गया. गैंगटोक से लौटने के बाद भी रवि ने खुद माफी मांगी. विवाद होने पर दोनों को अलग-अलग बैठा कर समझाता था, लेकिन कुछ दिन के बाद रवि फिर झगड़ा और मारपीट शुरू कर देता था. हर बार घर जोड़ने का प्रयास किया गया. रवि के परिवार के लोग भी ज्योति को प्रताड़ित करते थे. ज्योति के ससुराल पक्ष के लोग कोई भी बात समझने के लिए राजी नहीं होते थे. वे लोग भी रवि का साथ देते थे. घर का वातावरण ठीक नहीं होने के कारण ही ज्योति तनाव में रहने लगी और डिप्रेशन की शिकार बन गयी. बेटे की शादी के दौरान रवि ने ज्योति को ओवरडोज दवा दे दी थी. इस दौरान जब लोगों ने उसे अस्पताल लेकर जाने की बात कही, तो रवि ने कहा कि शादी के माहौल में अस्पताल का चक्कर ठीक नहीं है.
रवि पर शक हुआ, तो चांडिल थाना में केस किया
रवि अग्रवाल के द्वारा गढ़ी गयी कहानी के दौरान पहले घटना पूरी तरह से सच लगी, लेकिन जब समाज के दो लोगों ने मंत्री बन्ना गुप्ता से बात की और फिर उन लोगों ने रवि और ज्योति के संबंध के बारे में पूछताछ की, तो उन लोगों को रवि पर शक हुआ. उसके बाद घटना के अगले दिन चांडिल थाना में रवि अग्रवाल के खिलाफ केस दर्ज कराया. प्रेम अग्रवाल ने बताया कि घटना के दिन समाज के कई लोग टीएमएच में जुटे थे, जहां ज्योति के शव को कई तथाकथित नेताओं ने राजनीति का मुद्दा भी बनाया. कई समाज के लोग उसे बचाना भी चाहते थे.
दूसरी महिला से दोस्ती पर शक
ज्योति की बहन दीपिका अग्रवाल ने बताया कि ज्योति उससे सब बात बताती थी, लेकिन उसे इस बात का अंदाजा नहीं था कि रवि उसकी हत्या की सोच सकता है. दीपिका ने पुलिस प्रशासन से यह अनुरोध किया है कि वह पता करे कि इस हत्याकांड के पीछे कोई और कारण तो नहीं है. रवि के जीवन में कोई और महिला तो नहीं आ गयी? जिसे अपनाने को लेकर वह ज्योति को रास्ते से हटाना चाहता था. रवि के दुकान में भी कई महिलाओं का ग्राहक के तौर पर आना- जाना था. इसके अलावा उसकी दुकान पर भी महिलाएं काम करती थी. पुलिस को उन लोगों से भी इस संबंध में पूछताछ करने की जरूरत है. —————-
दवा और शराब एक साथ देता था रवि
प्रेम अग्रवाल ने बताया कि डिप्रेशन की दवा भी रवि अग्रवाल अपने मन से ज्योति को खिलाता था. दवा खिलाने के कुछ ही देर के बाद वह उसे शराब भी पिलाता था. ज्योति के मना करने के बाद भी वह उसे जबरन शराब पिलाता था. घर में डॉक्टर होने के बाद भी रवि बीमारी को लेकर कोई राय विचार नहीं करता था. वह डॉक्टर का पेपर और दवा दोनों दुकान में ही रखता था. दुकान से ही वह कई सारी दवा एक साथ लेकर आता था और उसे खिला देता था. ————-
दोनों बच्चों की देख-रेख की जिम्मेदारी मिले
प्रेम अग्रवाल ने बताया कि ज्योति के जुड़वा बेटे हैं. उन्होंने पुलिस प्रशासन से अनुरोध किया है कि उनकी देख-रेख की जिम्मेदारी उन्हें दी जाये, ताकि बच्चों की देख-रेख सही प्रकार से हो सके. इसके लिए वह अदालत में भी अपील करेंगे. प्रेम अग्रवाल ने ज्योति हत्याकांड का उद्भेदन जल्द से जल्द करने के लिए सरायकेला-खरसावां और जमशेदपुर पुलिस का भी आभार जताया है. उन्होंने मंत्री बन्ना गुप्ता द्वारा किये गये सहयोग के लिए भी उनका आभार जताया है.