Jharkhand Cyber Crime News: साइबर क्रिमिनल ने लोगों से ठगी करने का नया तरीका इजाद किया है. आपके मोबाइल फोन पर अगर नेटवर्क गायब हो जाए, तो सावधान. साइबर क्रिमिनल आपके सिम कार्ड को स्वैप कर आपके अकाउंट को खाली कर सकता है. अगर बात करते-करते आपके फोन से नेटवर्क गायब हो जाए या फिर आपके मोबाइल पर बैंक से संबंधित कोई एसएमएस नहीं आए, तो सावधान हो जाएं. हो सकता है कि साइबर क्रिमिनल आपके मोबाइल में लगे सिम को स्वैप कर आपको ठगी का शिकार बना लें.
किसी अनजान नंबर से कॉल आये, तो हो जाएं सावधान
अगर आपके मोबाइल पर किसी अनजान नंबर से कॉल आये, तो संभल कर फोन रिसिव करें, क्योंकि कॉल करने वाले आपको झांसा में लेकर आपसे जानकारी लेंगे. फिर आपके फोन का नेटवर्क गायब हो जाएगा. हाल के दिनों में साइबर क्रिमिनल ठगी का नया तरीका अपना रहे हैं. ऐसे में बात करते-करते सिम को स्वैप कर लोगों के खाते से रुपये की निकासी कर ले रहे हैं.
ई-मेल पर लिंक भेज कर ठगी का मामला
पुलिस जब भी अपराधियों को पकड़ने के लिए जाल बिछाती है. साइबर क्रिमिनल ठगी के हथकंडे को बादल लेते हैं. जब तक पुलिस और लाेग इसके बार में जानते हैं, तब तक कई लोग ठगी का शिकार हो जाते हैं. हाल के दिनों में मोबाइल और ई-मेल पर लिंक भेज कर ठगी करने का मामला प्रकाश में आ रहा है.
ऐसे करते हैं सिम स्वैप
साइबर क्रिमिनल किसी व्यक्ति के बैंक से रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर कोई न कोई काम को लेकर फोन करता है. नेटवर्क की स्पीड बढ़ाने, फ्री डाटा या कई ऑफर देकर कॉल करते हैं और धारक को झांसे में लेकर उससे जानकारी प्राप्त करते हैं. इसी दौरान गिरोह का दूसरा सदस्य उसके मोबाइल में लगे सिम को स्वैप कर लेता है.
ऐसे होती है ठगी
इस दौरान गिरोह का दूसरा सदस्य उसके मोबाइल में लगे सिम को स्वैप कर लेता है. इस दौरान साइबर क्रिमिनल उस नंबर को दूसरे ब्लैंक सिम कार्ड पर रजिस्टर्ड कर लेता है. इसके बाद उस नंबर का ऑपरेटिंग साइबर ठग के हाथ में आ जाता है. ऑपरेटिंग आने के बाद साइबर क्रिमिनल उस नंबर पर OTP भेजते हैं. ऑपरेटिंग खुद के पास होने के कारण साइबर क्रिमिनल को OTP आसानी से मिलता है और OTP डाल कर वो ग्राहक के बैंक अकाउंट से रकम की निकासी कर लेता है. कभी-कभी OTP के जरिए पासवर्ड भी बदल लिया जाता है और रुपये की निकासी कर ली जाती है.
मोबाइल खोने पर तुरंत कराएं बंद
साइबर पुलिस ने लोगों को जागरूक करते हुए बतया कि अगर आपका मोबाइल खो जाता है, तो उसे संबंधित कंपनी में तुरंत बंद कराएं. उस नंबर का नया सिम कार्ड भी जारी कराएं. पुलिस के मुताबिक, हाल के दिनों में फर्जी ई-मेल और एसएमएस से भी सिम कार्ड को स्वैप करने का क्राइम किया जा रहा है. इसलिए कभी भी कोई अज्ञात मेल पर भेजे गये लिंक और मैसेज का टच नहीं करें.
Posted By: Samir Ranjan.