Jharkhand news: अगर आपको बात-बात पर ATM कार्ड से रुपये निकालने की आदत है, तो अब उसमें सुधार कर लें. क्योंकि एटीएम से रुपये की निकासी करते वक्त आपके ऊपर कौन नजर रख रहा है, उसके बारे में आपको भनक तक नहीं लगेगी और पलक झपकते ही आपके खाते से रुपये की निकासी हो जायेगी. इसलिए जिस एटीएम में गार्ड की तैनाती है, तो उसी से रुपये निकालें, वो भी सब कुछ जांच परख के बाद.
हाल के दिनों में साइबर क्रिमिनल्स या जालसाज बिना गार्ड वाले एटीएम को अपना निशाना बनाते हैं. वहां एटीएम मशीन में छेड़छाड़ करके लोगों की मदद करने की नाम पर उनके खाते से रुपये की निकासी करने के कई मामले लगातार सामने आ रहे हैं. इतना ही नहीं, मदद के नाम पर एटीएम कार्ड तक बदल देते हैं और फिर आपके ही कार्ड से थोड़ी देर बाद रुपये की निकासी कर लेते हैं.
इसको लेकर सिटी एसपी सुभाष चंद्र जाट ने सभी डीएसपी और बैंक अधिकारियों के साथ बैठक कर एटीएम में गार्ड तैनात करने की बात कही थी, लेकिन इसके बाद भी बैंक की ओर से कोई पहल नहीं की जा रही है. जबकि पुलिस अधिकारी बैंक अधिकारियों को बार-बार एटीएम में गार्ड तैनाती की बात कह चुके हैं.
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रविवार को प्रभात खबर की टीम ने शहर के कई एटीएम का दौरा किया, जहां उन्होंने पाया कि किसी भी एटीएम में गार्ड की तैनाती नहीं है. एसएसपी ऑफिस के बाहर दो बैंक के एटीएम हैं. इसमें एक एटीएम में गार्ड की तैनाती पायी गयी. इसके अलावे अधिकांश एटीएम में गार्ड को नहीं पाया गया.
टीम ने अलग-अलग क्षेत्रों में लगी एटीएम को देखा, लेकिन कहीं भी गार्ड की तैनाती नहीं थी. एटीएम में गार्ड का ना होना अपने आप में सवाल खड़ा करता है. एटीएम में गार्ड तैनात नहीं किये जाने के कारण पूर्व में भी कई घटनाएं हो चुकी हैं. लेकिन, इसके बाद भी बैंक प्रबंधन की ओर से कोई ठोस या स्थायी कदम नहीं उठाया जा रहा है.
पुलिस का मानना है कि एटीएम में गार्ड की तैनाती होने पर साइबर अपराधी एटीएम मशीन से छेड़छाड़ नहीं कर पायेंगे. ऐसे में आमलोग ठगी के शिकार होने से बचेंगे. आमतौर पर चोर या साइबर अपराधी एटीएम के कार्ड स्कैनर के साथ छेड़छाड़ करते हैं या फिर पिनकोड वाले बटन के पास माइक्रो कैमरा लगा देते हैं. जिससे कार्डधारक के पासवर्ड और कार्ड के बारे में पूरी जानकारी मिलती है. इसके बाद वे कार्ड का क्लोनिंग कर लेते हैं. इसके अलावे भी एटीएम से छेड़छाड़ की घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सकता है. ऐसे में अगर एटीएम केंद्रों पर गार्ड तैनात रहते, तो साइबर क्राइम व कार्ड बदलने की घटना पर हद तक लगाम लगाया जा सकता है.
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साइबर थाना प्रभारी उपेंद्र मंडल ने कहा कि अधिकांश एटीएम में पुराने मशीन लगे हुए हैं, जिसे हटाने की जरूरत है. नयी एटीएम मशीन में छेड़छाड़ करना मुश्किल है. उसमें नयी तकनीक भी है. जिससे रुपये की निकासी करना मुश्किल है. इसके अलावे बैंक प्रबंधन की ओर से एटीएम में गार्ड की तैनाती करना भी जरूरी है. गार्ड के तैनात रहने से अपराधी एटीएम में प्रवेश नहीं कर पायेंगे. इससे रुपये की अवैध रूप से निकासी पर रोक लगाया जा सकती है.
एलडीएम संतोष कुमार ने कहा कि आरबीआई के गाइडलाइंस के अनुसार, बैंक काम करते हैं. एटीएम में गार्डों की तैनाती अभी नहीं के बराबर रह गयी है. सरकारी बैंकों से गार्ड हटा लिये गये हैं. नये एटीएम काफी आधुनिक है, जिससे किसी तरह की गड़बड़ी होने की संभावना नहीं है. बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा हुई थी, जिसमें काफी जानकारी प्रशासन को दी गयी थी. कुछ एटीएम हैं, जो पुराने मॉडल के हैं, जिन्हें बदलने के लिए संबंधित बैंक प्रबंधन तैयार हो गया है.
Posted By: Samir Ranjan.