जमशेदपुर: रांची से आयी मोबाइल फूड टेस्टिंग लैब की टीम ने बुधवार को अलग-अलग इलाकों में खाद्य पदार्थों में मिलावट की जांच की. जांच में जलेबी और सब्जी में रंगों की मिलावट पायी गयी. होटल में बेचे जा रहे पेड़ा में मैदा की मिलावट पायी गयी है. टीम ने मानगो के पूजा स्वीट्स, बृजवासी मिष्ठान में मिठाई की जांच की. यहां सब कुछ सही मिला. नाश्ता एवं खाना होटल, मानगो में जलेबी और सब्जी में कामधेन रंग की मिलावट पायी गयी.
गिरीश स्वीट्स, अलबेला स्वीट्स, इंडियन बैकरी में खाद्य सामग्री की जांच की गयी. मां तारा स्वीट्स एवं स्नैक्स, मानगो में रसगुला एवं कलाकंद में मैदा की मिलावट पायी गयी. सोनारी में गिल स्वीट्स के अलावा गुप्ता भूंजा वाला, पूनम ठेला पर सब्जी तथा स्वीट्स की दुकानों से मिठाई की जांच की गयी.
पेड़ा में मैदा की मिलावट मिली. ध्रुवा चरण साव की दुकान से विमल पान मसाला मिला जिसे नष्ट कर दिया गया. दुर्गापूजा को लेकर चलाये गये अभियान में दुकानदारों, होटल संचालकों, खाद्य व्यवसायियों, ठेला वालों को अगली बार मिलावट पाये जाने पर कार्रवाई की चेतावनी दी गयी.
मोबाइल फूड टेस्टिंग लैब की टीम ने कहा कि कामधेनु रंग का प्रयोग स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर डालता है. इससे कैंसर होने की संभावना बढ़ती है. खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी ने समोसा, पकौड़ी को एक ही तेल में चार बार से अधिक फ्राई नहीं करने की सलाह दी. टीम ने मानगो में खाद्य तेल की भी जांच की. सभी प्रतिष्ठान से टोटल पोलर कंपाउंड – 25% से कम पाया गया.