Jamshedpur news.
झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष शिबू काली मैथी व संयोजक गौतम कुमार बोस के नेतृत्व में शनिवार को एक प्रतिनिधिमंडल ने उपायुक्त से जाकर मुलाकात की और उन्हें एक मांग पत्र भी सौंपा. सौंपे गये मांग पत्र में बिरसा सेना के केंद्रीय अध्यक्ष दिनकर कच्छप और कार्तिक मुखी को रिहाई करने की मांग की. उनका कहना है कि झारखंड आंदोलन के जनक मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा की प्रतिमा को स्थापित करने के मामले में युवाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई उचित नहीं है. मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा का राज्य में अलग मान-सम्मान व पहचान है. युवाओं पर सख्त कार्रवाई कर उनके मान-सम्मान व पहचान को धूमिल नहीं किया जाये. उन्हें विवाद का मुद्दा बिलकुल नहीं बनाया जाये. मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा की प्रतिमा को स्थापित करने के मुद्दे पर सकारात्मक व न्यायपूर्ण पहल होनी चाहिए. प्रतिनिधिमंडल में पंकज मंडल, हरमोहन महतो, शिबू काली मैथी, गौतम कुमार बोस, दीपक रंजीत, हराधन प्रामाणिक, लालटू महतो, गणेश प्रसाद, अजीत तिर्की, बाघराय हांसदा, नाजिर खान समेत अन्य मौजूद थे.झारखंड आंदोलनकारियों की चिह्नितीकरण में हो रही देरी : पंकज मंडल
झारखंड आंदोलनकारी पंकज मंडल ने कहा कि झारखंड आंदोलनकारियों का चिह्नितीकरण नियमित 365 दिन होना चाहिए. आंदोलनकारियों को चिह्नितीकरण करने में काफी विलंब हो रहा है. कई आंदोलनकारी का चिह्नितीकरण होने से पूर्व ही देहांत हो जा रहा है. उन्होंने कहा कि अलग झारखंड राज्य गठन में जिन लोगों ने अहम योगदान दिया, उनके बारे में आज राज्य सरकार द्वारा नहीं सोचा जा रहा है. ऐसे में राज्य सरकार जनता के बारे में भला कैसे सोचेगी और उनके विकास के लिए कार्य करेगी.
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