JEE Advanced Result 2022: कोल्हान टॉपर बना कदमा का देवराज कर्मकार, मिली 145 AIR
JEE एडवांस में जमशेदपुर के कदमा का रहने वाला देवराज कर्मकार को अखिल भारतीय स्तर पर 145वां रैंक प्राप्त किया है. वह कोल्हान टॉपर बना है, उसे कुल 360 अंक में से 228 अंक प्राप्त हुआ है. जबकि उसे JEE मेन में अखिल भारतीय स्तर पर 556वां रैंक प्राप्त हुआ था.
Jamshedpur news: JEE एडवांस का रिजल्ट रविवार की सुबह दस बजे आइआइटी बांबे ने जारी कर दिया है. इसमें जमशेदपुर के कदमा का रहने वाला देवराज कर्मकार को अखिल भारतीय स्तर पर 145वां रैंक प्राप्त किया है. वह कोल्हान टॉपर बना है, उसे कुल 360 अंक में से 228 अंक प्राप्त हुआ है. केमेस्ट्री में 88, मैथ्स में 41 और फिजिक्स में 98 अंक प्राप्त हुआ है. इस सफलता की पीछे प्रेरणा क्लासेस के शिक्षकों की मेहनत और माता-पिता का योगदान रहा है.
डीबीएमएस कदमा हाईस्कूल का छात्र रहा है देवराज
डीबीएमएस कदमा हाईस्कूल से देवराज ने दसवीं व 12वीं का छात्र रहा है. वह शुरू से मेधावी रहा. सीमित संसाधन होने के बावजूद उसे पढ़ाई-लिखाई के लिए कभी कोई संसाधन की कमी नहीं हुई. उसे JEE मेन में अखिल भारतीय स्तर पर 556वां रैंक प्राप्त हुआ था.
अपने उपर भरोसा रखा और हासिल किया मुकाम
JEE एडवांस के टापर देवराज कर्मकार ने बताया कि इस सफलता का उन्हें भरोसा था. छात्रों को संदेश देते हुए उन्होंने कहा कि छात्र अपने उपर भरोसा रखे तथा लगातार मेहनत करते रहे, सफलता अवश्य मिलेगी. असफलता से निराश भी नहीं होना है. लक्ष्य की ओर बढ़ते रहना है. देवराज ने कभी घंटे के हिसाब से पढ़ाई नहीं की. वे हमेशा लक्ष्य आधारित पढ़ाई करते थे. इसी अनुसार उनका सारा रुटीन निर्धारित था. सोशल मीडिया में एक्टिव नहीं है. यू-ट्यूब का इस्तेमाल अपनी शिक्षा के लिए करते थे.
कंप्यूटर साइंस में बनाएंगे करियर
एडवांस की परीक्षा में टॉप 150 के अंदर रैंक लाने के बाद उनका लक्ष्य टॉप फाइव आइआइटीस में कंप्यूटर साइंस लेकर पढ़ना है. उसने पश्चिम बंगाल इंजीनियरिंग की प्रवेश परीक्षा में भी सातवां रैंक प्राप्त किया था, लेकिन जेईई एडवांस के रिजल्ट के बाद अब यह छात्र प्रमुख आइआइटीस की तरफ रुख करेंगे. उन्होंने कहा कि आइआइटी बांबे का मिलना मुश्किल है, क्योंकि यहां टॉप 60 के अंदर का नामांकन होता है.
पिता शिक्षा विभाग में सीआरपी के पद पर कार्यरत
देवराज के पिता राजेश कर्मकार शिक्षा विभाग के ठक्कर बापा संकूल में सीआरपी के पद पर कार्यरत हैं. मां पंपा कर्मकार गृहणी है. पिता राजेश बताते हैं कि बेटे की पढ़ाई के लिए कभी कोई समझौता नहीं की. भले ही अन्य चीजों में समझौता किया लेकिन उसकी लक्ष्य के साथ कभी समझौता नहीं किया, उसे सिर्फ और सिर्फ पढ़ाई पर ध्यान देने को कहा गया था. आज उसका सपना पूरा हुआ है.
रिपोर्ट: संजीव भारद्वाज, जमशेदपुर