Dhalbhumgarh Airport का कोल्हान वासियों को जल्द मिलेगा तोहफा, Road के लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू
धालभूमगढ़ एयरपोर्ट के तहत संपर्क मार्ग के लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू हो गयी है. जल्द ही कोल्हान वासियों को इस एयरपोर्ट का तोहफा मिलेगा. इस एयरपोर्ट के जल्द निर्माण के लिए नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से जमशेदपुर सांसद विद्युत वरण महतो ने मुलाकात किया.
Jharkhand News: कोल्हान वासियों को जल्द ही धालभूमगढ़ एयरपोर्ट (Dhalbhumgarh Airport) का तोहफा मिलेगा. इसके लिए संपर्क मार्ग के लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू हो गयी है. जमशेदपुर सांसद विद्युत वरण महतो ने नई दिल्ली में केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से मुलाकात कर धालभूमगढ़ एयरपोर्ट के निर्माण का कार्य जल्द पूरा करने का अनुरोध किया.
3.5 किलोमीटर सड़क मार्ग को होगा निर्माण
इसके तहत धालभूमगढ़ एयरपोर्ट के लिए संपर्क मार्ग के पुनर्निर्माण के लिए जिला भू-अर्चन शाखा ने भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू की है. जमीन अधिग्रहण से प्रभावित परिवारों के पुनर्वास के लिए अपर समाहर्ता को प्रशासक नियुक्त किया गया है. करीब 3.5 किलोमीटर मार्ग का निर्माण किया जाना है. इसके लिए आसपास के गांवों में भूमि चिह्नित की गयी है.
24 जनवरी, 2019 को हुआ था भूमि पूजन
मालूम हो कि पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास के समय में 24 जनवरी, 2019 को इस एयरपोर्ट का भूमि पूजन किया गया था. इसके बाद एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (Airport Authority of India) ATR- 72 प्रकार के विमान के परिचालन के लिए 99.36 करोड़ की लागत से धालभूमगढ़ हवाई अड्डे का विकास की योजना तैयार किया है. केंद्र ने नागर विमानन विभाग, झारखंड सरकार को सलाह दी थी कि वह मुख्य वन्य वार्डन के साथ समन्वय बनाकर फॉरेस्ट क्लीयरेंस कंसल्टेंट की नियुक्ति करे. इसके बाद परियोजना की मंजूरी के लिए पर्यावरण मूल्यांकन समिति को प्रस्ताव भेजा जायेगा. सांसद ने दावा किया कि अब तक यह प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी है. एयरपोर्ट के निर्माण पर खर्च होने वाली राशि के राज्यांश का मामला भी फंसा हुआ है.
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फॉरेस्ट क्लीयरेंस का फंसा है पेंच
राज्य के नागर विमानन विभाग एवं वन विभाग के अधिकारियों और विमानपत्तन निदेशक रांची के बीच छह अक्तूबर, 2021 को बैठक हुई थी. इसमें फॉरेस्ट क्लीयरेंस से संबंधित मुद्दों को पर चर्चा की गयी. अब तक राज्य से फॉरेस्ट क्लीयरेंस प्राप्त नहीं हुआ है. केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सांसद से कहा कि वह निजी रूप से रुचि लेकर इस पर कार्य कर रहे हैं. मामला राज्य सरकार के स्तर पर फंसा हुआ है.
निजी कंपनियां रुचि लें, तो जल्द पूरा होगा काम
सांसद विद्युत वरण महतो ने कहा कि एयरपोर्ट के रख-रखाव पर आने वाले खर्च के लिए निजी कंपनियों को भी आगे आना चाहिए. उन्होंने कहा कि सीएसआर फंड का उपयोग अगर एयरपोर्ट के लिए किया जाता है तो योजना और जल्द पूरी हो जायेगी. उन्होंने कहा कि उनका प्रयास है कि वर्ष 2023 में हर हाल में एयरपोर्ट से उड़ान शुरू हो जाए.