जमशेदपुर : दलमा समेत आसपास के इलाकों में पहली बार हुई हाथियों के डीएनए की जांच
इसके जरिये हाथियों का आंकड़ा समाने आयेगा. इसके अलावा हाथियों के इलाके की पहचान हो सकेगी. इसके लिए डाटा गणना की प्रक्रिया सितंबर से शुरू की गयी. दिसंबर में इसे पूरा कर भारत सरकार के पास भेजा गया.केंद्र की ओर से इसकी रिपोर्ट जारी की जायेगी.
जमशेदपुर : देश में पहली बार हाथियों का डीएनए प्रोफाइल तैयार किया जा रहा है. वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (डब्ल्यूआइआइ) के सहयोग से इसको पूरा किया जा रहा है. इसका इस कड़ी में दलमा जंगल में हाथियों के डीएनए की जांच हुई है. स्थानीय वन अधिकारियों के सहयोग से विशेषज्ञों की टीम ने प्रक्रिया पूरी की है. इसमें हाथियों के लीद के जरिये पता लगाने की कोशिश की गयी कि यहां किस तरह की प्रजातियां मौजूद हैं. इसकी रिपोर्ट भारत सरकार के वन एवं पर्यावरण विभाग के पास भेजी गयी है.
ये होगा फायदा
इसके जरिये हाथियों का आंकड़ा समाने आयेगा. इसके अलावा हाथियों के इलाके की पहचान हो सकेगी. इसके लिए डाटा गणना की प्रक्रिया सितंबर से शुरू की गयी. दिसंबर में इसे पूरा कर भारत सरकार के पास भेजा गया.केंद्र की ओर से इसकी रिपोर्ट जारी की जायेगी. रिपोर्ट में यह भी स्पष्ट होगा कि किन-किन प्रजातियों के हाथी किन इलाकों में प्रवास करते हैं. तस्करी सहित अन्य जीव अपराध को रोकने में मदद मिलेगी. आपको बता दें कि पूरे देश में 2017 में हाथियों की गणना भारत सरकार की ओर से एक साथ करायी गयी. इसमें पता चला कि देश में कुल 29,964 हाथी मौजूद हैं. नयी रिपोर्ट में हाथियों के मौजूदा संख्या का भी पता चलेगा.
कहते हैं अधिकारी
दलमा के डीएफओ अभिषेक कुमार ने बताया कि हाथियों के डीएनए की जांच के लिए डब्ल्यूआइआइ की टीम आयी थी. टीम का सहयोग किया गया. इसके बाद रिपोर्ट जारी की जायेगी. इससे भविष्य में बहुत फायदा होगा.
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