Jharkhand News: आमतौर पर सरकारी अस्पतालों में इलाज कराने के मामले में आला अफसर और पूंजीपति वर्ग घबराते हैं, लेकिन सदर अस्पताल के डॉ रंजीत पांडा ने अपनी गर्भवती पत्नी डॉ रिचा पांडा का इलाज न केवल सरकारी अस्पताल में कराया, बल्कि प्रसव के लिए भी सरकारी अस्पताल को ही चुना. सदर अस्पताल में उनकी पत्नी का सफल सिजेरियन ऑपरेशन हुआ. ऑपरेशन के बाद जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ हैं. बता दें कि डॉ रंजीत पांडा सदर अस्पताल में तैनात हैं, जबकि उनकी पत्नी एमजीएम मेडिकल कॉलेज में हैं.
जनता को भी सरकारी अस्पतालों के प्रति बढ़ाना होगा अपना विश्वास : डॉ रंजीत पांडा
सदर अस्पताल के चिकित्सक डॉ रंजीत पांडा के मुताबिक उन्हें और उनकी पत्नी को सरकारी अस्पताल के चिकित्सकों पर पूरा भरोसा है. उनके मुताबिक सरकारी अस्पतालों के हालात अब पहले जैसे नहीं हैं. अब यहां भी निजी अस्पतालों की तरह सुविधाएं जुटायी जा रही हैं. जनता को भी सरकारी अस्पतालों के प्रति अपना विश्वास बढ़ाना होगा. सरकारी अस्पताल में वे और उनकी पत्नी दोनों चिकित्सक है. जब उन्होंने सरकारी अस्पताल में डिलेवरी का निर्णय लिया, तो उनकी पत्नी रिचा पांडा और सास डॉ शुक्ला मोहंती ( पूर्व वीसी, कोल्हान विवि ) ने प्रमोट किया.
व्यवस्था के प्रति लोगों का भरोसा बढ़ा : डॉ साहिर पाल
सिविल सर्जन डॉ साहिर पाल ने बताया कि डॉक्टर की पत्नी का ऑपरेशन सदर अस्पताल में सिजेरियन ऑपरेशन के जरिए डिलीवरी होना यह बताता है कि यहां की व्यवस्था के प्रति लोगों का भरोसा बढ़ा है. टीम में डॉ प्रेमलता, डॉ गीताली घोष, डॉ मनोज, डॉ नरेंद्र और डॉ ललित गुप्ता शामिल थे. सितंबर के अंतिम माह में सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ आलोक रंजन की भतीजी का भी सुरक्षित प्रसव सदर अस्पताल में ही हुआ था. डॉ प्रेमलाल, डॉ मनोज कुमार, डॉ नरेंद्र सोमराय ने रिचा पांडा का सिजेरियन ऑपरेशन किया.
रिपोर्ट : अशोक झा, जमशेदपुर.