जमशेदपुर : मानगो हिल व्यू कॉलोनी निवासी सेवानिवृत्त दारोगा अशोक तिवारी के बेटे सौरभ विष्णु उर्फ सैम की फिल्म ‘टेलिंग पौंड’ लघु फिल्म की श्रेणी में ऑस्कर के लिए नामित की गयी है. 25 अप्रैल 2021 को आयोजित होने वाले फिल्म उद्योग के सबसे बड़े सम्मान समारोह ‘93वें एकेडमी अवार्ड’ में हिस्सा लेने के लिए केते केसेस की ओर से सैम को पत्र भी भेजा गया है.
सैम ने बताया कि टेलिंग पौंड 40 मिनट की लघु फिल्म (शॉर्ट फिल्म) है, जो मूल रूप से जादूगोड़ा के ग्रामीण क्षेत्र में रह रहे लोगों की जीवन शैली पर बनायी गयी है. जादूगोड़ के अलावा इस फिल्म की शूटिंग न्यूयार्क में भी की गयी है. इस फिल्म को भारत में करीब 50 अवार्ड मिल चुके हैं. इसके अलावा न्यूयार्क में भी 25 फिल्म फेयर में अवार्ड मिले हैं. बकौल सैम : इस फिल्म का ऑस्कर में नामित होना मेरे लिए बेहद खुशी की बात है. चूंकि अब यह फिल्म अंतराष्ट्रीय स्तर पर प्रसारित हो चुकी है, तो जाहिर है कि इससे मेरे शहर और झारखंड का मान बढ़ेगा.
जादूगोड़ा में लोगों की बदहाली देख फिल्म बनाने का खयाल आया : सैम ने बताया कि उन्होंने इंटर तक की पढ़ाई साकची स्थित राजेंद्र विद्यालय से की है. जबकि एनआइटी आदित्यपुर से कंप्यूटर इंजीनियरिंग की. उसके बाद वे आगे की पढ़ाई के लिए न्यूयार्क चला गया. पढ़ाई पूरी करने के बाद बिजनेस किया. चूंकि पढ़ाई-लिखाई भी शहर में हुई है, इसलिए जमशेदपुर और आसपास के जगहों से वाकिफ हूं.
शहर लौटा तो जादूगोड़ा के बारे में पता चला, क्योंकि पापा जादूगोड़ा थाना में ही पदस्थापित थे. जादूगोड़ा में लोगों की बदहाली देखकर मुझे काफी दुख हुआ. इसकी चर्चा मैंने न्यूयार्क में भी की थी. उसी वक्त मैंने फिल्म बनाने का विचार किया. सैम ने बताया कि टेलिंग पौंड के प्रोड्यूसर उनके छोटे भाई अनुराग तिवारी हैं. अनुराग ने भी राजेंद्र विद्यालय से ही पढ़ाई की है. बाद में उन्होंने न्यूयार्क से मेडिकल की पढ़ाई पूरी की. अनुराग और सैम अपने पिता को अपना आदर्श मानते हैं.
posted by : sameer oraon