कुष्ठ रोग का समय पर इलाज कराने से दिव्यांगता से बचा जा सकता है : डॉ मृत्युंजय

पूर्वी सिंहभूम जिले में 28 अगस्त से 13 सितंबर तक कुष्ठ रोगी खोज अभियान चलाया जायेगा. इसको लेकर सोमवार को स्वास्थ्य विभाग के द्वारा लगातार सहिया, एएनएम व स्वास्थ्य कर्मियों को ट्रेनिंग दी गयी.

By Prabhat Khabar News Desk | July 29, 2024 8:05 PM

पूर्वी सिंहभूम में चलेगा घर-घर कुष्ठ रोगी खोज अभियान

जमशेदपुर :

पूर्वी सिंहभूम जिले में 28 अगस्त से 13 सितंबर तक कुष्ठ रोगी खोज अभियान चलाया जायेगा. इसको लेकर सोमवार को स्वास्थ्य विभाग के द्वारा लगातार सहिया, एएनएम व स्वास्थ्य कर्मियों को ट्रेनिंग दी गयी. इस दौरान उन लोगों को कुष्ठ बीमारी से संबंधित जानकारी देने के साथ ही इसके लक्षण व बचाव के बारे में भी बताया गया. इसकी जानकारी देते हुए जिला कुष्ठ निवारण पदाधिकारी डॉ. मृत्युंजय धाउड़िया ने बताया कि कुष्ठ रोग की जल्द पहचान कर इलाज कराने से दिव्यांगता से बचाया जा सकता है. उन्होंने कहा कि जिले में चल रहे सभी सरकारी अस्पताल व स्वास्थ्य केंद्रों में कुष्ठ की नि:शुल्क जांच करने के साथ ही दवा दी जाती है. उन्होंने बताया कि इस अभियान के तहत दो कर्मचारियों की टीम बनायी जा रही है, इसमें एक महिला, दूसरा पुरुष होगा. दोनों घर-घर जाकर मरीजों की खोज करने के साथ ही उसके इलाज की सुविधा उपलब्ध करायेंगे.

कुष्ठ रोग के लक्षणत्वचा के रंग में कोई बदलाव, दाग पर मोटी त्वचा, चमकदार या तैलीय त्वचा, नाक की हड्डी बैठ जाना, कोहनी, घुटने के आसपास के क्षेत्र में झुनझुनी, ठंड या गर्म वस्तुओं को महसूस करने में असमर्थ होना, हाथ- पैर में सुन्नता, वस्तुओं को पकड़ते समय हाथ में कमजोरी महसूस होना, हाथ पैर में झुनझुनी सहित अन्य कई लक्षण शामिल हैं.

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