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जमशेदपुर, संदीप सावर्ण : अब तक आपने विश्व का मैप देखा होगा. लेकिन, जमशेदपुर के ‘लाल’ ने ब्रह्मांड का थ्री डी (3D) मैप तैयार किया है. इस मैप के जरिए ब्रह्मांड में होने वाली गतिविधियों के साथ ही कौन ही गैलेक्सी और ब्लैक होल कहां अवस्थित है, इसकी जानकारी मिल सकती है.
रहस्यों से भरा है अंतरिक्ष, वैज्ञानिकों को भी है बहुत कम जानकारी
आमतौर पर वैज्ञानिकों का मानना है कि वे अंतरिक्ष के बारे में बहुत कम जानते हैं, क्योंकि अंतरिक्ष रहस्यों से भरा हुआ है. लेकिन, इस यूनिवर्स मैप से ब्रह्मांड से जुड़ी कई अहम जानकारियां हासिल हो सकेंगी. कितनी तेजी से दो गैलेक्सी दूर होती जा रही है, इस गति को भी उक्त थ्री मैप के जरिए पता लगाया गया है. ब्रह्मांड का यह थ्री मैप खगोलविदों के लिए कौतूहल का विषय बन गया है.
स्टडी और रिसर्च में 3D मैप से मिलेगी ये मदद
- इस मैप को गैलेक्सी व ब्लैक होल के स्थान के आधार पर तैयार किया गया है. इसके सहयोग से ब्लैक होल के बारे में स्टडी व रिसर्च की जा सकती है.
- इसके जरिए यह भी जानकारी मिली है कि हर गैलेक्सी के बीच एक ब्लैकहोल होता है. दो ही प्रमुख प्रकार के ग्लैक्सी होते हैं. एक डिस्क और दूसरा अंडाकार. डिस्क गैलेक्सी को सर्पिल गैलेक्सी भी कहा जाता है. इन गैलेक्सी का आकार एक तरह से तले हुए अंडे के जैसा होता है. सबका रंग अलग-अलग होता है. इससे तारों से संबंधित स्टडी की जा सकती है.
- यूनिवर्स लगातार बड़ा हो रहा है. ब्रह्मांड में करीब 100 अरब गैलेक्सी अस्तित्व में हैं. टेलीस्कोप से अगर ग्लैक्सी को देखेंगे तो पाएंगे कि वह हमसे तेजी से दूर हो रही है. हबल कांस्टेंस्ट के अनुसार, दो ग्लैक्सी के बीच 68.5 किमी/ सेकेंड/ मेगापारसेट की दूरी है. इस मैप के जरिए दो ग्लैक्सी कितनी तेजी से एक-दूसरे से दूर हो रही है, इसकी सटीक गति की जानकारी हासिल की जा सकती है.
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मदरसा हनीफिया और आरडी टाटा स्कूल के स्टूडेंट रहे हैं डॉ शादाब
यूनिवर्स मैप को गोलमुरी के डॉ शादाब आलम ने तैयार किया है. प्रभात खबर (prabhatkhabar.com) को डॉ शादाब आलम ने बताया कि उन्होंने अपनी प्राथमिक शिक्षा मानगो के आजाद बस्ती स्थित मदरसा हनीफिया से हासिल की है. इसके बाद छठी से दसवीं तक की शिक्षा आरडी टाटा हाई स्कूल और ग्यारहवीं व बारहवीं की शिक्षा मिसेज केएमपीएम इंटर कॉलेज से पूरी की है. इसके बाद उन्होंने पुणे स्थित इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च से मास्टर्स, यूएस से पीएचडी जबकि स्कॉटलैंड में छह साल तक रह कर रिसर्च किया है.