Durga Puja 2022: दुर्गापूजा गाइडलाइन का विरोध शुरू, BJYM ने राज्यपाल से संज्ञान लेने का किया आग्रह

पूर्वी सिंहभूम जिला प्रशासन की ओर से दुर्गापूजा को लेकर जारी गाइडलाइन का विरोध होना शुरू हाे गया है. भारतीय जनता युवा मोर्चा ने इस मामले में राज्यपाल से संज्ञान लेने का आग्रह किया है. काशीडीह दुर्गापूजा कमेटी के संरक्षक अभय सिंह ने कहा कि जबरन थोपे जा रहे नियम स्वीकार नहीं करेंगे.

By Samir Ranjan | September 12, 2022 6:29 PM

Durga Puja 2022: पूर्वी सिंहभूम जिला प्रशासन द्वारा शनिवार को जारी दुर्गापूजा की गाइडलाइन (Durga Puja Guideline) के खिलाफ भाजपा (BJP) ने मोर्चा खोल दिया है. भारतीय जनता युवा मोर्चा (Bharatiya Janata Yuva Morcha) ने पूरे मामले पर ट्वीट कर राज्यपाल से मामले का संज्ञान लेने का आग्रह किया.

हिंदू भावनाओं को आहत कर रहा प्रशासन

संगठन के प्रदेश अध्यक्ष प्रदेश किसलय तिवारी ने संगठन प्रदेश उपाध्यक्ष निशांत कुमार के ट्वीट को रीट्वीट कर विरोध जताया. भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष अभय सिंह ने बयान जारी कर कहा कि पर्व-त्योहार के पहले इस तरह के नियम थोपना हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाना है. कोरोना महामारी के दो साल के बाद इस साल लोग भव्य पूजा की तैयारियों में जुटे हैं. नियम थोेप कर श्रद्धालुओं के साथ पूजा कमेटी की भावनाओं को आहत कर रहा है प्रशासन.

जनता सहयोग करती है और प्रशासन परेशान

काशीडीह दुर्गापूजा कमेटी के संरक्षक अभय सिंह ने वर्तमान सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह सरकर लगातार हिंदुओं के पर्व-त्योहार पर बाधा डाल रही है. वे जिला प्रशासन के अच्छे कार्यों का समर्थन एवं तुगलकी फरमान का लोकतांत्रिक अधिकार के तहत विरोध करते हैं और करते रहेंगे. जिला प्रशासन बेहतर शासन स्थापित करने की बजाय तरह-तरह के नियम थोप कर लोगों को मानसिक रूप से परेशान कर रहा है. जमशेदपुर के लोगों ने हर बार पर्व-त्योहार में प्रशासन का सहयोग किया है, जबकि प्रशासन ने कभी किसी तरह का सहयोग नहीं किया है. कमेटियों को प्रशासन की विफलता का खामियाजा भी भुगतना पड़ता है.

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अभय सिंह ने जतायी आपत्ति

उन्होंने कहा कि कुछ बिंदुओं पर सहमत हैं, लेकिन कुछ पर आपत्ति है. वरीय अधिकारियों ने सहयोगी की भूमिका में नहीं आकर सार्वजनिक आदेश जारी कर गलत परंपरा की शुरुआत है, जिसका सभी कमेटियां विरोध करती हैं. कई अनैतिक कार्य धड़ल्ले से हो रहे हैं, उनकी रोकथाम में सरकार-प्रशासन को संवेदनशील बनना चाहिए. अब जब बड़े पंडालों का कार्य आधे से अधिक हो चुका है, तो यह फरमान पूरी तरह से तानाशाही जैसा ही है.

अंतिम समय में पंडाल के लिए इस तरह की गाइडलाइन जारी करना गलत

अभय सिंह ने कहा कि दुर्गापूजा में अब सिर्फ भक्तिगीत ही बजते हैं. शराब दुकानों को प्रशासन पहले ही बंद करा दे, ताकि कोई शराब पीकर नहीं घूमे. विसर्जन जुलूस में कोई गलत हरकत हो, तो इस पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए. दुर्गापूजा में डीजे कहीं नहीं बजता है. विसर्जन के दो दिन पहले ही उसमें शामिल होनेवाली सूची की मांग करना लोगों पर प्रशासन का डर कायम करने की बात है. अंतिम समय पंडाल के लिए गाइडलाइन जारी करना गलत है. जिला प्रशासन से आग्रह है कि एक बड़े पूजा पंडाल वालों के साथ बैठक कर उनकी भावनाओं को भी सुनें और निर्णय करें.

क्या है गाइडलाइन

जिला प्रशासन ने दुर्गापूजा को लेकर गाइडलाइन जारी किया है. इसके तहत जहां गुफानुमा पंडाल बनाने पर रोक लगायी है, वहीं विसर्जन जुलूस में डीजे बजाने और आतिशबाजी पर भी रोक लगाया गया है. साथ ही कहा गया कि इस गाइडलाइन का उल्लंघन करने पर कार्रवाई होगी.

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प्रशासन ने नेचर पार्क को बंद कर द्वेषपूर्ण कार्रवाई की : गुंजन

आजादनगर के नेचर पार्क को प्रशासन द्वारा बंद किये जाने पर भाजपा ने चिंता जतायी है. भाजपा जमशेदपुर महानगर अध्यक्ष गुंजन यादव ने कहा कि पार्क में व्यायाम, खेलकूद, चिंतन के लिए तो होती ही हैं. इसमें किसी भी प्रकार की आपत्ति दुःखद है. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा प्रस्तावित खेलकूद के आयोजन पर जिस प्रकार से द्वेष की भावना से कार्रवाई की गयी है, वो अति निंदनीय है. गुंजन यादव ने कहा कि प्रशासन ने बिना जांच किये पार्क को सभी नागरिकों के लिए बंद कर दिया, जो उचित नहीं है. पार्क को खोलने की मांग की.

क्या हिंदू त्योहार अपने मर्जी से नहीं मना पायेंगे : निशांत

भाजयुमो प्रदेश उपाध्यक्ष निशांत कुमार ने इसे जबरिया कानून बताते हुए ट्वीट कर लिखा कि क्या हिंदू अपने त्योहार अपने मर्जी से नहीं मना पायेंगे. पूजा रोकने वाले, साकची कब्रिस्तान में अवैध मदरसे का निर्माण नहीं रोक पा रहे हैं. शहर के बड़े पंडाल बनने का काम आधा हो चुका है, उसके बाद इस पर प्रतिबंध लगाना गलत है.

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