छह माह से फाइलों में ही घूम रही हैं जिले की 35 सड़कें
पहले डीपीआर बनाने के नाम पर फिर लोकसभा चुनाव आचार संहिता के नाम पर अटकी हुई थी 35 सड़कों के निर्माण की योजनाएं.
18 पुरानी सड़कों का तीसरी बार और 17 नयी सड़कों का निकला इ-टेंडर
मुख्य संवाददाता, जमशेदपुर
पूर्वी सिंहभूम जिले में पिछले छह माह से 35 सड़कों का निर्माण धरातल के बजाय फाइलों में ही हो रहा है. कुल 93.70 करोड़ की लागत से छह माह पूर्व सर्वे के बाद 35 अलग-अलग सड़कों का डीपीआर तैयार किया गया था. डीपीआर स्वीकृत होने के बाद विभागीय स्तर पर योजना की प्रशासनिक स्वीकृति भी दी गयी है, लेकिन योजना का कार्यान्वयन नहीं किया गया. पिछले छह माह के दौरान किसी ना किसी बहाने से योजनाएं अब तक टलती रही. इसमें 18 योजनाएं पुरानी है, जबकि 17 योजनाएं नयी है. वहीं आदर्श आचार संहिता समाप्त होने के बाद अब सड़क निर्माण की नोडल एजेंसी ग्रामीण कार्य विभाग ने सड़कों का इ-टेंडर निकाला है.
कौन सी ये 35 सड़कें
एनएच 33 धिकुली तक सड़क का सुदृढ़ीकरण : 2.05 किमी, एनएच 33 से लोधनासोल तक सड़क का सुदृढ़ीकरण : 5.3 किमी, एनएच 33 से गिरिटोला तक : 5.50 किमी, एनएच 33 बाबनडीह तक : 3.2 किमी, एनएच 33 से गोहलडांगा : 2.8 किमी व एनएच 33 नयाग्राम से वेतना तक : 2.4 किमी. इसके अलावा पटमदा, बोड़ाम, पोटका, चाकुलिया व बहरागोड़ा प्रखंड की कुल 35 सड़कें शामिल हैं)
एनएच से सटी कई सड़कें जर्जर होने के कारण सुदृढ़ीकरण की योजना ली गयी
ग्रामीण कार्य विभाग ने एनएच 33 से जुड़ी जिले के पांच अलग-अलग प्रखंडों में छह सड़कों के जर्जर होने के कारण उसे दुरुस्त करने के लिए उन सड़कों सुदृढ़ीकरण की योजना ली गयी है, जबकि शेष 29 सड़कें दूसरे ग्रामीण इलाके की थी. इसके लिए ग्रामीण कार्य विभाग ने सर्वे कर ऐसी जर्जर सड़कों का पहले डीपीआर बनाया, फिर विभाग में भेजकर उसकी स्वीकृति दिलायी.सब कुछ ठीक रहा, तो दो माह में सड़क का निर्माण शुरू होगा
सूत्रों के मुताबिक 35 सड़कों का सुदृढ़ीकरण का काम आगामी दो माह में शुरू होगा. सड़कों के निर्माण के लिए 15 माह की समय सीमा निर्धारित की है. टेंडर की शर्तों की मुताबिक जिले में स्वीकृति ग्रामीण कार्य विभाग की 18 सड़कों (पुरानी) का टेंडर आगामी 10 जुलाई 2024 और 17 नयी सड़कों का टेंडर आगामी 18 जुलाई 2024 को खुलेगा.वर्जन
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जिले के ग्रामीण इलाकों में जल्द 35 सड़कों का निर्माण शुरू किया जायेगा. यह 35 सड़कें आचार संहिता लागू होने के कारण से रूकी हुई थी. इसमें पुरानी 18 व 17 नयी सड़कें शामिल हैं.राजेश रजक, कार्यपालक अभियंता, ग्रामीण कार्य विभाग, पूर्वी सिंहभूम.
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