जमशेदपुर में उत्साह के साथ मनाया गया ईद-उल-अजहा, ईदगाह व मस्जिदों में पढ़ी गयी विशेष नमाज
झारखंड के अलग-अलग जिलों में बकरीद के पर्व को लोगों ने उत्साह से मनाया. लोगों ने एक-दूसरे को नमाज पढ़ने के बाद बधाई दी.
जमशेदपुर शहर में सोमवार को ईद-उल-अजहा (बकरीद) उत्साह के साथ मनाया गया. लोगों ने एक-दूसरे को गले मिलकर पर्व की बधाइयां दीं. शहर के 275 से अधिक मस्जिदों व चार ईदगाह मैदानों में नमाज पढ़ी गयी. मौके पर अमन चैन और आपसी भाईचारे के लिए दुआ मांगी गयी.
सख्त थी सुरक्षा व्यवस्था
पर्व को लेकर शहर में पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था रही. लगातार गश्त की जा रही थी. प्रमुख सड़कों पर पुलिस की तैनाती की गयी थी. कदमा शास्त्रीनगर, जुगसलाई, धातकीडीह, मानगो बड़ा हनुमान मंदिर, मुंशी मोहल्ला मानगो, गोलमुरी आदि क्षेत्रों में पुलिस के जवान तैनात थे. एसएसपी और सिटी एसपी समेत वरीय अधिकारी पूरी विधि-व्यवस्था की रिपोर्ट ले रहे थे. वहीं, इस बार उलेमा की अपील का असर देखने को मिला. दो बजे के बाद मानगो क्षेत्र से फोर्स हटा लिया गया था.
सुबह से ही दिखा पर्व का उत्साह, दी गयी कुर्बानी
सुबह से ही ईदगाह मैदान और मस्जिदों में नमाजियों की भीड़ जुटने लगी थी. तय समय पर ईदगाहों में घोषणा के बाद बकरीद की नमाज शुरू की गयी. पर्व को लेकर हर उम्र के लोगों में उत्साह था. सुबह 5:25 बजे से ही अल्लाह-हु-अकबर की सदाएं गूंजने लगीं. साकची जामा मस्जिद में मुफ्ती गजाली ने नमाज पढ़ाई. उन्होंने जरूरतमंदों की मदद और शिक्षा पर जोर देने को कहा. नमाज पढ़ने के बाद मुस्लिम समुदाय के लोग कब्रिस्तान पहुंचे, जहां अपनों के मकबरे पर फूल चढ़ाकर, अगरबत्ती जला कर दुआएं मांगी.
नमाज के बाद दी गई कुर्बानी
नमाज के बाद कुर्बानी का सिलसिला शुरू हुआ. अल्लाह की राह में घर-घर कुर्बानी दी गयी. कुर्बानी देने के बाद गोश्त भी गरीबों, नाते-रिश्तेदारों और पड़ोसियों में तकसीम (बांटा) किया गया कुर्बानी और त्याग के पर्व पर दिनभर शहर में कुर्बानियों का दौर चलता रहा. मंगलवार और बुधवार को भी कुर्बानी दी जायेगी. सोशल मीडिया पर भी एक-दूसरे को बकरीद की बधाइयाें का सिलसिला चलता रहा.
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