Jharkhand: जमशेदपुर में करंट लगने से बिजली मिस्त्री की मौत, परिजनों ने किया हंगामा

पूर्वी सिंहभूम जिले के गम्हरिया में करंट लगने से बिजली मिस्त्री की मौत हो गयी. मुआवजा के लिए परिजनों ने हंगामा किया. मृतक सोनू राम महतो सरायकेला थाना क्षेत्र के आसनबनी की नारायणपुर पंचायत का रहने वाला था.

By Guru Swarup Mishra | July 1, 2024 10:20 PM
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जमशेदपुर: पूर्वी सिंहभूम जिले के आरआईटी थाना क्षेत्र के मीरूडीह में काम के दौरान करंट की चपेट में आने से बिजली मिस्त्री सोनू राम महतो (45 वर्ष) की मौत हो गयी. शव को टीएमएच के शीतगृह में रखा गया है. मृतक सरायकेला थाना अंतर्गत आसनबनी की नारायणपुर पंचायत का रहने वाला था. वर्तमान में वह आइपीएसजी कंपनी का कर्मचारी था, लेकिन वह विभाग के साथ करीब 25 वर्षों से काम कर रहा था. सुबह करीब 9.40 बजे की ये घटना है. बिजली विभाग आदित्यपुर-1 के एसडीओ प्रियंकर पांडेय ने कहा कि बिजली विभाग इस मामले की जांच कराएगा.

बिजली की चपेट में आने से मिस्त्री की मौत

पूर्वी सिंहभूम जिले की इस घटना के संबंध में मृतक के भतीजा हीरा लाल महतो ने बताया कि सोमवार की सुबह वह मीरुडीह में काम करने के लिए गया. इस दौरान उसने लाइन बंद करवाया. खंभा पर चढ़ कर काम करने के दौरान अचानक से करंट का झटका लगने के कारण वह खंभे से गिर गया. उसके बाद मौके पर मौजूद गांव के लोगों ने उसे फौरन इलाज के लिए टीएमएच लेकर आये. जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया. वहीं जब इसकी जानकारी बिजली विभाग को मिली तो विभाग के जेई और अन्य पदाधिकारी मौके पर आये और मामले की जानकारी ली. इस दौरान परिवार के लोगों ने विभाग के पदाधिकारियों के पहुंचने पर लापरवाही को लेकर हंगामा किया. सूचना मिलने पर विभाग और आउटसोर्स एजेंसी आइपीएसजी के भी कई लोग टीएमएच आये.

बिजली विभाग करेगा मामले की जांच

बिजली विभाग आदित्यपुर-1 के एसडीओ प्रियंकर पांडेय ने बताया कि आउटसोर्स एजेंसी आइपीएसजी का कर्मचारी सोनू विभाग को बिना बताये ही लाइन में काम करने चला गया था. उसने ऑपरेटर को फोन कर लाइन काटने की बात की और एलटी लाइन में काम करने की जगह एचटी में काम करने लगा. घटना कैसे हुई, यह जांच का विषय है. इस मामले की जांच विभाग द्वारा की जाएगी.

मुआवजे को लेकर तीन बार हुई वार्ता, नहीं हुआ समझौता

मुआवजा की मांग को लेकर बिजली विभाग और परिजनों के बीच तीन बार वार्ता किया गया. लेकिन हर बार वार्ता विफल हो गयी. परिजनों का कहना है कि मृतक के परिजन को 25 लाख रुपये मुआवजा, आश्रित को नौकरी और पेंशन दिया जाये.वहीं बिजली विभाग के पदाधिकारियों ने कहा कि करीब 11 लाख रुपये मुआवजा राशि एवं आश्रित को 15 हजार रुपये प्रति माह पेंशन के रूप में आश्रित के 25 वर्ष उम्र तक देगी. लेकिन मुआवजा को लेकर दोनों पक्ष में कोई समझौता नहीं हो पाया. इसके बाद दोनों पक्ष टीएमएच से चली गयी. मृतक के परिजनों ने बताया कि मंगलवार को पोस्टमार्टम के बाद घटना स्थल पर ही समझौता करेंगे.

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