Jamshedpur news. राष्ट्रीय वेल्डिंग संगोष्ठी में कौशल विकास के महत्व पर जोर
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ वेल्डिंग की ओर से राष्ट्रीय वेल्डिंग संगोष्ठी का उद्घाटन
Jamshedpur news.
बिष्टुपुर स्थित एसएनटीआइ सभागार में गुरुवार को इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ वेल्डिंग जमशेदपुर द्वारा आयोजित राष्ट्रीय वेल्डिंग संगोष्ठी का उद्घाटन प्रबल घोष उपाध्यक्ष (एसएस) व एम शंकर नारायण (कार्यकारी निदेशक, आरएसबी ग्लोबल) ने संयुक्त रूप से किया. इस दौरान जोस पी फिलिप (अध्यक्ष, आइआइडब्ल्यू इंडिया) और ऋतुराज बोस (महासचिव, आइआइडब्ल्यू इंडिया), डॉ आनंद प्रभाकरन, डॉ कंवर सिंह अरोड़ा शामिल थे.इस अवसर पर प्रबल घोष ने विश्वास व्यक्त किया कि तीन दिनों तक चलने वाले इस सेमिनार के दौरान विनिर्माण उद्योग, संस्थानों के बीच ज्ञान के प्रसार में मदद मिलेगी. वहीं एम शंकर नारायण ने कहा कि वेल्डिंग क्षेत्र में उच्च कौशल की मांग और उपलब्धता में अभी भी बहुत बड़ा अंतर है. उन्होंने कौशल विकास के महत्व पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था के साथ उच्च उत्पादकता सुनिश्चित करने के लिए रोबोटिक्स के उपयोग को प्रोत्साहित करने की भी आवश्यकता है. इस दौरान जोस पी फिलिप अध्यक्ष (आइआइडब्ल्यू-इंडिया) ने वेल्डिंग उद्योग में चुनौतियों और अवसरों के बारे में विस्तार जानकारी दी. उन्होंने कहा कि उद्योग के लिए औद्योगिक विकास के साथ तालमेल बनाये रखना और आयात पर निर्भरता कम करने के लिए जनशक्ति, उच्च गुणवत्ता वाले कौशल, अत्याधुनिक उपकरण और उपभोग्य वस्तुएं उपलब्ध कराना बहुत महत्वपूर्ण है. उन्होंने कहा कि वेल्डिंग उद्योग का वर्तमान आकार लगभग 1.00 लाख करोड़ है और 2030 तक इसके 1.50 से 2.00 लाख तक बढ़ने की उम्मीद है. इस अवसर पर ऋतुराज बोस, डॉ आनंद प्रभाकरन, डॉ कंवर सिंह अरोड़ा, यशपाल गंभीर सहित अन्य लोग उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है