वरीय संवाददाता, जमशेदपुर
टाटा स्टील और टाटा वर्कर्स यूनियन के बीच एक सितंबर 2023 से लागू नये ग्रेड स्ट्रक्चर (यूनिफॉर्म ग्रेड स्ट्रक्चर) पर समझौते को लेकर यूनियन में विवाद गहराने लगा है. अध्यक्ष संजीव चौधरी उर्फ टुन्नु चौधरी के बयान के बाद यूनियन के पूर्व डिप्टी प्रेसिडेंट अरविंद पांडेय ने निवर्तमान अध्यक्ष संजीव चौधरी पर कर्मचारियों को गुमराह करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि यूनियन में शुरू से परंपरा चली आ रही है कि नेतृत्वकर्ता कोई भी समझौता करते हैं, तो अपने ऑफिस बियररों और कमेटी मेंबरों को उसकी कॉपी देते थे और उसके बारे में हाउस में अवगत कराते थे. वर्तमान अध्यक्ष संजीव चौधरी कमेटी मीटिंग और अखबारों में पूर्व अध्यक्ष आर रवि प्रसाद पर इसका ठीकरा फोड़ कर्मचारियों को गुमराह कर रहे हैं, जबकि सितंबर 2023 में यूनिफॉर्म ग्रेड स्ट्रक्चर का समझौता हुआ. इसके तहत टाटा स्टील में सभी ओल्ड सीरीज कर्मचारियों को प्रमोशन के लिए इसीबीएस 2.0 (एग्जाम मॉड्यूल) को उत्तीर्ण करना अनिवार्य कर दिया गया है, लेकिन अध्यक्ष संजीव चौधरी का यह कहना कि पूर्व अध्यक्ष आर रवि प्रसाद के समय यह हुआ है, यह बिल्कुल गलत है. ऐसा कोई समझौता है, तो वह इसके बारे में सबको बताएं और साथ ही साथ यूनिफॉर्म ग्रेड स्ट्रक्चर के समझौता को ऑफिस बियररों और कमेटी मेंबर के साथ साझा करें, ताकि सभी कर्मचारियों को सच्चाई का पता चल सके. अध्यक्ष झूठ की राजनीति करना बंद करें और बेवजह अपनी पीठ खुद से ना थप-थपाये. इस संबंध में पूर्व अध्यक्ष आर रवि प्रसाद से संपर्क किया गया, लेकिन उनका मोबाइल फोन बंद मिला, जबकि अध्यक्ष संजीव चौधरी ने फोन रिसीव नहीं किया.