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मिसाल : 50 विद्यार्थियों को ओपेन क्लास के जरिये राजदोहा गांव में नि:शुल्क शिक्षा दे रहीं पूर्व मुखिया, जानिए कैसे मिली प्रेरणा

Jharkhand news, East Singhbhum : पोटका (वीरेंद्र कुमार सिंह) : पूर्वी सिंहभूम जिला अंतर्गत पोटका प्रखंड के डोमजुरी पंचायत स्थित राजदोहा में करीब 50 विद्यार्थियों की ओपन पाठशाला इनदिनों सुर्खियों में है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 30, 2020 3:48 PM
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Jharkhand news, East Singhbhum : पोटका (वीरेंद्र कुमार सिंह) : कोराना वायरस संक्रमण (Coronavirus infection) के इस दौर जहां शहरों के बच्चे ऑनलाइन के माध्यम से अपनी पढ़ाई पूरी कर रहे हैं, वहीं गांवों के बच्चे आज भी इस सुविधा से वंचित दिखते हैं. ऐसे में पूर्वी सिंहभूम जिला अंतर्गत पोटका प्रखंड के डोमजुरी पंचायत स्थित राजदोहा में करीब 50 विद्यार्थियों की ओपन पाठशाला इनदिनों सुर्खियों में है.

ऑनलाइन शिक्षा के इस दौर में मोबाइल से वंचित इन सरकारी स्कूल के बच्चों को गांव की एक शिक्षित पूर्व मुखिया सह समाजसेवी अनिता मुर्मू निःशुल्क शिक्षा प्रदान कर रही है. सहयोगी के रूप में गांव की ही एक छात्रा मनीषा सिंह का साथ मिल रहा है.

लॉकडाउन के कारण स्कूल बंद है. ऐसे में स्कूली बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो पूर्व मुखिया अनीता मुर्मू ने विगत 5 माह से छोटे- छोटे बच्चों को पढ़ाने के काम में जुटी है. कोरोना संक्रमण से बचने के लिए सोशल डिस्टैंसिंग का पालन करते हुए बच्चे प्रतिदिन समय से राजदोहा स्थित पुराने पंचायत भवन के समीप पहुच जाते हैं. पढ़ने का समय दोपहर 3 से शाम 5 बजे तक होता है.

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पेड़ के नीचे बच्चों की क्लास सजती है. अगर बारिश हुआ तो वन विभाग द्वारा बनाये गये सामुदायिक हाॅल का बरामदा इनका अस्थायी पाठशाला होता है. इन मासूम अपने आंखों में भविष्य के ढेर सारे सपने संजोये हैं. इसे पूरा करने के लिए किताबों में तल्लीन रहते हैं.

पूर्व मुखिया अनिता मुर्मू राजदोहा गांव की रहनेवाली है. डोमजुरी पंचायत की मुखिया भी रह चुकी है. जिले के प्रगतिशील किसान में इनका नाम शुमार है. इन्हें कृषि विभाग द्वारा कई पुरस्कार भी मिल चुका है. पूर्व मुखिया अनीता कहती हैं कि कोरोना संक्रमण के कारण सरकारी स्कूलों में तालाबंदी हो गयी है. इससे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होने लगी.

बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो, इसके लिए कुछ करने को सोचा. इस ओपेन क्लास में 50 बच्चे हैं. इन बच्चों में पहली से सातवीं कक्षा तक के विद्यार्थी शामिल हैं. हर दिन पढ़ाई होती है. पूर्व मुखिया अनीता ने खुद मास्क की सिलाई कर बच्चों को दी है. ओपेन क्लास में सभी बच्चों को मास्क पहनकर आना अनिवार्य है. शाम को घर जाकर मास्क को धोने के बारे में बच्चों को बताया गया है. महत्वपूर्ण बात यह है कि अब बच्चे मास्क पहनने के आदि हो गये हैं. जो बच्चे मास्क पहन कर नहीं आते हैं, उन्हें क्लास रूम में शामिल करने नहीं दिया जाता है.

Posted By : Samir Ranjan.

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