आदिवासी-मूलवासी के अधिकारों के लिए लड़ाई जारी रहेगी : सीएम चंपाई सोरेन
मुख्यमंत्री ने जिलिंगगोड़ा में सिदो-कान्हू की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. वह गांव के पश्चिमी छोर पर स्थित जाहेरथान गये. वहां मरांगबुरू जाहेर आयो के चरणों में नतमस्तक होकर आशीर्वाद लिया.
जमशेदपुर : मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने कहा कि आदिवासी-मूलवासी को उनका हक और अधिकार जरूर मिलेगा. इसके लिए वे निरंतर लड़ते रहे हैं और आगे भी लड़ाई जारी रखेंगे. पार्टी सुप्रीमो दिशोम गुरु शिबू सोरेन और कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन ने जो विश्वास जताया है, उस पर खरा उतरते हुए अधूरे कार्यों को पूरा करेंगे. उन्होंने लोगों से पहले की तरह प्यार, स्नेह और समर्थन बनाये रखने का अनुरोध किया. कहा कि आदिवासी-मूलवासियों के हक व अधिकार की बातें उन्हें याद है. वे उनकी मांगों को धरातल पर उतारने के लिए प्रयासरत हैं. जो जल्द ही दिखना शुरू हो जायेगा. मुख्यमंत्री बनने के बाद चंपाई सोरेन पहली बार सरायकेला-खरसावां जिला अंतर्गत अपने पैतृक गांव जिलिंगगोड़ा पहुंचे थे. यहां उन्होंने ये बातें कहीं. इससे पहले गांव में महिलाओं ने पारंपरिक रीति-रिवाज से पांव धोकर मुख्यमंत्री का स्वागत किया. गांव के पूर्वी छोर पर बने हैलीपेड से मांदर, नगाड़ा व चोड़चोड़ी की थाप पर नृत्य करते हुए लोगों ने मुख्यमंत्री को घर तक पहुंचाया. मुख्यमंत्री दोपहर 2:18 बजे घर पहुंचे. परिवार व करीबी लोगों से मिलने के बाद 2:30 बजे रांची के लिए रवाना हो गये. मुख्यमंत्री यहां मात्र 12 मिनट रुके.
सिदो-कान्हू की प्रतिमा पर किया माल्यार्पण
मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने जिलिंगगोड़ा में सिदो-कान्हू की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. वह गांव के पश्चिमी छोर पर स्थित जाहेरथान गये. वहां मरांगबुरू जाहेर आयो के चरणों में नतमस्तक होकर आशीर्वाद लिया. इससे पहले उन्होंने गांव के अंदर गोसाणें (गांव के बीच में बने सरना पूजा स्थल) में जाकर माथा टेका.
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