Jamshedpur News.
भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआइआइ) झारखंड की ओर से एडवांस्ड 5एस एवं क्यूसी पर एक कार्यशाला आयोजित की गयी. उद्योगों को 5एस के मुख्य सिद्धांत – शॉर्ट, सेट इन ऑर्डर, साइन, स्टैंडर्डाइजेशन एवं सस्टेन पर जोर देते हुए परिचालन प्रक्रियाओं को सबल बनाने में मदद करने एवं उन्हें टोटल प्रोडक्टिव मेंटेनेंस (टीपीएम) से जोड़ने के उद्देश्य से कार्यशाला का आयोजन किया गया. इसमें प्रतिभागियों को उत्पादकता में निरंतर सुधार को बढ़ावा देने एवं दीर्घ सांगठनिक सफलता के लिए ठोस आधार तैयार करने के लिए ज्ञान एवं व्यावहारिक उपकरणों से लैस करने का प्रयास किया गया. कार्यक्रम में सीआइआइ के मैन्युफैक्चरिंग एवं इंजीनियरिंग पैनल के संयोजक सह टीआरएफ के एमडी उमेश कुमार सिंह ने उद्योग 4.0 के युग में गुणवत्ता की मुख्य भूमिका पर जोर देते हुए डिजिटल उत्कृष्टता के लिए परिवर्तनकारी उपकरणों में 5एस, टोटल क्वालिटी कंट्रोल एवं क्वालिटी मैनेजमेंट जैसे ढांचे के विकास पर प्रकाश डाला. प्रबंधन सलाहकार एवं प्रशिक्षक प्रो चंद्रेश्वर खां ने अपने संबोधन में इंडस्ट्री 4.0 के युग में स्थापित ज्ञान के साथ वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाते हुए प्रगतिशील मानसिकता विकसित करने की जरूरत बताई. उन्होंने भारत की औद्योगिक क्षमता बढ़ाने के लिए युवाओं से जापान की तरह वैश्विक प्रथाओं से प्रेरणा लेने का आग्रह किया.टाटा स्टील टीक्यूएम एवं कॉर्पोरेट क्वालिटी एश्योरेंस के हेड पंकज कुमार ने कर्मचारियों की पूर्ण भागीदारी (टीआइटी) एवं क्वालिटी सर्किल की प्रासंगिकता पर जोर दिया. उन्होंने इंडस्ट्री 4.0 के युग में 5एस एवं क्वालिटी सर्किल जैसी बुनियादी प्रथाओं के पुनर्नवीकरण पर जोर देते हुए इन्हें सतत विकास के लिए मजबूत संगठनात्मक आधार तैयार करने का जरूरी उत्पादन बताया.
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