पंकज व विशाल ने मारी थी गोली, भाजपा मंडल अध्यक्ष का भाई समेत पांच गिरफ्तार
आलोक हत्याकांड में भाजपा मंडल अद्यक्ष के भाई समेत पांच गिरफ्तार
आलोक हत्याकांड. तीन कट्टा और एक गोली बरामद, मंडल अध्यक्ष के भाई को ले जा रही पुलिस वाहन को भाजपाईयों ने घेरा
फोटो है:::: मंडल अध्यक्ष के भाई की रिहाई को लेकर दिनभर भाजपाई जुटे रहे
:: वर्चस्व को लेकर दोनों गुटों में पूर्व से चल रहा था विवाद: एसएसपीवरीय संवाददाता, जमशेदपुर
कदमा शास्त्रीनगर ब्लाक नंबर चार में टाइगर क्लब के आलोक भगत उर्फ मुन्ना की हत्या के 48 घंटे के अंदर पुलिस ने केस का उद्भेदन कर दिया है. पुलिस ने आलोक हत्याकांड में पांच युवकों को गिरफ्तार की है. गिरफ्तार युवकों की निशानदेही पर पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त देशी कट्टा और गोली बरामद किया. गिरफ्तार युवकों में भाजपा कदमा मंडल अध्यक्ष अजीत सिंह का भाई विकास सिंह समेत हत्याकांड का मुख्य आरोपी कदमा शास्त्रीनगर ब्लाक नंबर 4 निवासी आकाश सिंह उर्फ छोटू बच्चा, विशाल कुमार उर्फ बीके बाबा, शक्ति विभर और कदमा शास्त्रीनगर ब्लाक नंबर 3 निर्मल कॉलोनी निवासी पंकज साव शामिल हैं.विकास सिंह की गिरफ्तारी की जानकारी मिलने पर उसके परिजन समेत भाजपा नेता शुक्रवार की सुबह से ही कदमा थाना में जुट गये. परिजन व भाजपा नेता विकास सिंह को निर्दोष बताते हुये रिहाई की मांग कर रहे थे. दोपहर करीब एक बजे जब कदमा थाना की पुलिस विकास सिंह को पुलिस वाहन से कदमा थाना से मेडिकल जांच कराने के लिये निकली तो भाजपा नेता व परिजनों ने पुलिस वाहन को घेर लिया. परिजन व भाजपा नेता रिहाई की मांग करने लगे. इसके अलावा विकास सिंह के हाथ में लगी हथकड़ी को भी खोलने की जिद करने लगे. इस दौरान करीब आधा घंटे तक हंगामा चला.
पुलिस ने समझा बुझाकर मामला शांत कराया. जिसके बाद विकास सिंह को मेडिकल जांच के उपरांत एसएसपी कार्यालय लाया गया. शुक्रवार को केस का उद्भेदन करते हुए एसएसपी किशोर कौशल ने पत्रकारों को बताया कि वर्चस्व को लेकर आलोक भगत और आकाश सिंह उर्फ छोटू बच्चा के बीच विवाद चल रहा था. दोनों के बीच पूर्व में भी विवाद हो चुका था. पिछले दिनों काली पूजा के दौरान भी विवाद हुआ था. इसी का बदला लेने के उद्देश्य से आकाश सिंह उर्फ छोटू बच्चा समेत गिरफ्तार युवकों ने आलोक भगत की गोली मारकर हत्या की थी. हत्याकांड में कुछ युवक फरार हैं उनकी गिरफ्तारी के लिये छापामारी की जा रही है.एसएसपी किशोर कौशल ने बताया कि आलोक भगत की हत्या के बाद एसआइटी का गठन किया गया है. जिसमें डीएसपी हेड क्वार्टर टू निरंजन तिवारी, डीएसपी सीसीआर मनोज ठाकुर समेत कदमा, सोनारी थाना प्रभारी और एसआई को शामिल किया गया था. वारदात के बाद पुलिस ने घटनास्थल से एक देसी कट्टा और तीन खोखा जब्त की थी. जबकि मरीन ड्राइव में छापामारी के दौरान दो देसी कट्टा और एक जिंदा गोली बरामद किया गया है. उन्होंने बताया कि आलोक भगत को पंकज और विशाल के अलावा दो अन्य अपराधी ने गोली मारी थी. जबकि विकास सिंह और शक्ति धीवर रेकी कर रहे थे.
हत्या की योजना आकाश सिंह उर्फ छोटू बच्चा ने बनायी थी. छोटू बच्चा शातिर बदमाश है. उसपर कई केस दर्ज है. गिरफ्तार युवकों से पूछताछ के बाद न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है. मालूम हो कि गत 18 दिसंबर की सुबह करीब 10 बजे कांग्रेस कार्यकर्ता सह टाइगर क्लब के संचालक आलोक भगत को अपराधियों ने चार गोली मारकर हत्या कर दी थी. आलोक भगत अपनी बुलेट से दुकान से फुल और दूध लेकर घर लौट रहा था.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है