वन कर्मियों ने बदले की भावना से ढाढू सिंह को भेजा जेल, रिहा करें, नहीं तो…
फकीर सोरेन ने कहा कि वन विभाग के लोगों ने बदले की भावना से ढाढू सिंह को जेल भेजने का काम किया है. ढाढू सिंह को रंगे हाथ नहीं पकड़ा गया है. वन कर्मियों की भूमिका की जांच होनी चाहिए.
ढाढू सिंह को रिहा नहीं किया गया तो ग्रामीण वन विभाग की नहीं करेंगे कोई मदद
आसनबनी में दलमा बुरू सेंदरा दिसुआ समिति व स्थानीय ग्रामीणों ने की बैठक
जमशेदपुर :
पारडीह काली मंदिर के समीप आसनबनी गांव के दलमा बुरू दिसुआ सेंदरा समिति की बैठक अध्यक्ष फकीर सोरेन की अध्यक्षता में की गयी. बैठक में दलमा वन क्षेत्र के वन कर्मियों के द्वारा नीमडीह प्रखंड के चेलियामा पंचायत के बांधडीह निवासी ढाढू सिंह को जंगली सूअर का शिकार करने के मामले में जेल भेजने के मुद्दे पर विचार-विमर्श किया गया. बैठक में फकीर सोरेन ने कहा कि वन विभाग के लोगों ने बदले की भावना से ढाढू सिंह को जेल भेजने का काम किया है. ढाढू सिंह को रंगे हाथ नहीं पकड़ा गया है. वन कर्मियों की भूमिका की जांच होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि वन विभाग ग्रामीणों की मदद से ही वन पर्यावरण की रखवाली करती है. लेकिन इस तरह बेवजह ग्रामीणों को ही तंग किया जायेगा, तो उनका सहयोग व समर्थन नहीं मिल सकेगा. वन विभाग के फॉरेस्ट गार्ड व रेंजर आदि अपने क्षेत्र में कितना सक्रिय रहते हैं, यह किसी से छुपी नहीं है. उन्होंने कहा कि दलमा वन क्षेत्र में वन कर्मियों की मदद से घने जंगल के अंदर शराब आदि बनाने काम हो रहा है. इससे वन पर्यावरण को क्षति पहुंच रही है. विभाग को इन बिंदुओं पर भी जांच कर दोषी वन कर्मियों पर कार्रवाई करनी चाहिए. बांधडीह निवासी ढाढू सिंह को वन विभाग रिहा कराने का काम करें, अन्यथा आने वाले दिनों में ग्रामीणों की ओर से वन विभाग को किसी तरह के कार्य में सहयोग नहीं किया जायेगा. बैठक में दलमा से सटे एक दर्जन से भी ज्यादा गांव के ग्रामीण मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है