झारखंड के पूर्व CM Shibu Soren की बेटी व ओडिशा JMM अध्यक्ष अंजनी सोरेन हिरासत में, CM हेमंत सोरेन ने की निंदा
झारखंड मुक्ति मोर्चा के ओडिशा की प्रदेश अध्यक्ष अंजनी सोरेन समेत अन्य जेएमएम नेताओं को राउरकेला से हिरासत में लिया गया है. सुंदरगढ़ जिला प्रशासन ने इन्हें राउरकेला से हिरासत में लिया है. जमीन अधिग्रहण का विरोध करने के मामले में कार्रवाई की गयी है.
Jharkhand News, जमशेदपुर न्यूज (कुमार आनंद) : झारखंड के दिशोम गुरु व राज्यसभा सांसद शिबू सोरेन की बेटी सह झारखंड मुक्ति मोर्चा के ओडिशा की प्रदेश अध्यक्ष अंजनी सोरेन समेत अन्य जेएमएम नेताओं को हिरासत में ले लिया गया है. सुंदरगढ़ जिला प्रशासन ने इन्हें राउरकेला से इन्हें हिरासत में लिया है. जमीन अधिग्रहण का विरोध करने के मामले में कार्रवाई की गयी है. झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने इस संदर्भ में बातचीत की है और ओडिशा सरकार के पुलिस-प्रशासन की कार्रवाई पर आपत्ति जताई है.
सुन्दरगढ़ जिले के राजगांगपुर व कुत्रा ब्लॉक में जिंदाल व ओसीएल कंपनी द्वारा किये जा रहे जमीन अधिग्रहण का विरोध करने पर यह कार्रवाई की गयी है. सुंदरगढ़ में ओडिशा की प्रदेश अध्यक्ष अंजनी सोरेन के अलावा पूर्व विधायक सह राज्य कोषाध्यक्ष प्रह्लाद पूर्ती, झामुमो केंद्रीय कमेटी सदस्य पवन सिंह, लेथा तिर्की, मयूरभंज जिला उपाध्यक्ष पार्वती पूर्ती समेत अन्य को होटल से हिरासत में लिया गया.
झामुमो नेताओं को राउरकेला के होटल रिजेंसी इन से हिरासत में लिया गया है. पुलिस पदाधिकारी और झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेताओं के साथ इस दौरान तू तू-मैं मैं भी हुई है. इससे सुंदरगढ़ जिले के मूलवासियों और आदिवासियों में गहरा असंतोष व आक्रोश है. झामुमो सुंदरगढ़ जिला कमेटी ने इसकी कड़ी निंदा की और कहा कि वह राजगांगपुर तथा सुंदरगढ़ जिले में जमीन अधिग्रहण का विरोध करती है और आगे भी जिले में प्रशासन व कंपनी द्वारा किये जा रहे जमीन अधिग्रहण का विरोध करती रहेगी.
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस मामले में बातचीत की है. उन्होंने ओडिशा सरकार के पुलिस-प्रशासन की इस कार्रवाई पर आपत्ति जताई. उन्होंने कहा कि ये कार्रवाई असंवैधानिक है. आपको बता दें कि अंजनी सोरेन झारखंड मुक्ति मोर्चा सुप्रीमो व पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन की बेटी हैं और झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन की बहन हैं. वे ओडिशा जेएमएम की प्रदेश अध्यक्ष हैं और जमीन अधिग्रहण का विरोध कर रही थीं. इसी मामले में कार्रवाई की गयी है.
इधर, प्रभात खबर से बातचीत में अंजनी सोरेन ने बताया कि पांच पंचायतों में सरकार जबरन जमीन का अधिग्रहण करना चाह रही है. इसका पूरजोर विरोध होगा. ओडिशा सरकार ने पूर्व में जमीन अधिग्रहण का विस्थापितों को पूरा मुआवजा तक नहीं दिया. घटना की जानकारी अपने भाई और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को दे दी हूं. जरूरत पड़ी तो हेमंत सोरेन भी यहां के आंदोलन में शामिल होंगे.
Posted By : Guru Swarup Mishra