Jharkhand News: सोनारी मरीन ड्राइव में कचरे का अंबार इसकी खूबसूरती को बिगाड़ रहा है. यहां हर दिन 150-200 टन कचरा जमा हो रहा है, पर इसका निष्पादन नहीं हो रहा है. जमशेदपुर अक्षेस ने पिछले साल नवंबर में राजस्थान के जयपुर से ट्राॅमेल मशीन खरीदी थी. इसकी कीमत 40 लाख है.
कचरा निष्पादन के लिए यह मशीन लगायी गयी थी, लेकिन मशीन चार माह से ज्यादा समय से खराब है. जेएनएसी के स्वच्छता विशेषज्ञ सौरभ कुमार ने बताया कि मशीन को ठीक करने का प्रयास किया जा रहा है. सोनारी मरीन ड्राइव में जमशेदपुर अक्षेस और मानगो नगर निगम का घरेलू कचरा डंप होता है. कचरे में किसी ने आग लगा दी है. इससे चारों ओर जहरीला धुआं फैल रहा है.
सोनारी मेरीन ड्राइव में लगी ट्राॅमेल मशीन की क्षमता 10 टन प्रतिदिन कचरा निष्पादन की है. मशीन पुराने कचरे से प्लास्टिक कपड़े एवं मेटल इत्यादि को अलग कर देती है. जैव विखंडनीय कचरे से बनी खाद को भी दूसरी ओर अलग कर देती है. अलग किये गये प्लास्टिक को मशीन की सहायता से कम्प्रेस कर पैकिंग कर रोड निर्माण या सीमेंट प्लांट में प्रयोग किया जाता है.
प्रतिदिन यहां 150 से 200 टन कचरा गिरता है. जेएनएसी और मानगो निगम यहां कचरा डंप करता है. वर्तमान में मेरीन ड्राइव क्षेत्र को डेवलप हो रहा है. बड़े-बड़े अपार्टमेंट और कॉम्प्लेक्स बने हैं, लेकिन कचरे का पहाड़ क्षेत्र की खूबसूरती को नष्ट करने के साथ ही प्रदूषित कर रहा है.
कचरा निष्पादन के लिए लगी ट्राॅमेल मशीन को ठीक करने का प्रयास हो रहा है. मशीन जल्द ठीक हो जायेगी.
सौरभ कुमार, जेएनएसी, स्वच्छता विशेषज्ञ