वरीय संवाददाता, जमशेदपुर
जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी में छात्राओं को रोजगारपरक शिक्षा दी जा रही है. उक्त बातें कुलपति प्रो डॉ अंजिला गुप्ता ने कही. वे जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी के अर्थशास्त्र विभाग की ओर से विश्व जनसंख्या दिवस पर आयोजित सेमिनार को संबोधित कर रही थी. सेमिनार का विषय था ‘हमारे भविष्य को संतुलित करना : सतत जनसंख्या वृद्धि का पोषण करना’. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में सर्टिफिकेट कोर्स शुरू किया गया है, ताकि हमारी छात्राएं नियमित कक्षाओं के साथ एक स्किल डेवलपमेंट करें, ताकि आगे चलकर रोजगार से जुड़ सके. उन्होंने कहा कि 1987 में देश की कुल जनसंख्या पांच अरब थी और वर्त्तमान समय में जनसंख्या बढ़ती ही जा रही है. यदि विकसित देशों से तुलना करें, तो भारत में युवा जनसंख्या ज्यादा है. दूसरी जगहों में बुजुर्गोें की संख्या ज्यादा है. युवा जनसंख्या में पांच प्रतिशत तक ही शिक्षित हैं.कार्यक्रम के प्रारंभ में परंपरागत तरीके से अतिथियों का स्वागत से किया गया. छात्र कल्याण अधिष्ठाता डॉ किश्वर आरा ने स्वागत भाषण दिया. सेमिनार में संत कोलंबस विश्वविद्यालय से आये वक्ता डॉ सोमक विश्वास ने कहा कि हमें इक्वीटी, इकोनॉमी एवं इकोलॉजी पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए. मौके पर प्रोक्टर डॉ सुधीर साहु, कुलसचिव राजेंद्र जायसवाल व अध्यक्ष अर्थशास्त्र विभाग डॉ रत्ना मित्रा ने भी अपनी बातें रखी. मौके पर पीएचडी स्कॉलर सुमेधा, श्वेता सिंह, ऋतुराज एवं साई भारती ने अपने पत्र प्रस्तुत किये. धन्यवाद ज्ञापन अर्थशास्त्र विभागाध्यक्ष डॉ रत्ना मित्रा द्वारा किया गया. मंच संचालन सिमरन ने किया. इस अवसर पर डॉ कामिनी, अमृता कुमारी, डीओ सलोमी कुजूर, डॉ अनुराधा आदि उपस्थित थीं. कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ.
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