जीएनएम स्कूल की छात्राओं को सता रही अपनी सुरक्षा की चिंता
पूरे देश में डॉक्टरों, स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा की मांग की जा रही है. इसको लेकर लगातार धरना-प्रदर्शन किया जा रहा है. वहीं एमजीएम अस्पताल में तैनात जीएनएम स्कूल की छात्राओं ने अपनी सुरक्षा को लेकर चिंता जाहिर की है.
कॉलेज व छात्रावास जाने वाले रास्ते में नहीं है सुरक्षा की कोई व्यवस्था
रात को ड्यूटी खत्म कर छात्रावास जाने में डरती हैं छात्राएं, छाया रहता है घूप अंधेरा
जमशेदपुर :
पूरे देश में डॉक्टरों, स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा की मांग की जा रही है. इसको लेकर लगातार धरना-प्रदर्शन किया जा रहा है. वहीं एमजीएम अस्पताल में तैनात जीएनएम स्कूल की छात्राओं ने अपनी सुरक्षा को लेकर चिंता जाहिर की है. नर्सों ने बताया कि उन्हें देर रात ड्यूटी में बुला लिया जाता है या रात में अपनी ड्यूटी खत्म कर हॉस्टल जाना पड़ता है. वहां उनके लिए सुरक्षा को लेकर किसी प्रकार की कोई व्यवस्था नहीं है. एमजीएम अस्पताल के पीछे उनका कॉलेज व छात्रावास है. वहीं अस्पताल के नये बिल्डिंग के निर्माण का कार्य चल रहा है, जिसके कारण रास्ता को बंद कर एआरटी सेंटर के पीछे से रास्ता बनाया गया है, जो रात में काफी सुनसान हो जाता है. उस रास्ते से आने जाने में काफी डर लगता है. रास्ते में न तो कोई सुरक्षा कर्मी, न लाइट और न ही सीसीटीवी कैमरा ही लगा है. ऐसे में नर्सों ने इसपर विशेष रूम से ध्यान देने की मांग की है. ताकि वे बेहतर ढंग से अपना कार्य कर सकें. वहीं, इस मामले को लेकर अखिल भारतीय पदाधिकारी कर्मचारी संघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमरनाथ सिंह ने कहा कि अभी देशभर में सुरक्षा का मुद्दा जोर पकड़ा हुआ है. इसके बावजूद भी यहां लापरवाही बरती जा रही है. कोई ध्यान नहीं दे रहा है. उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर वे जल्द ही अधीक्षक से मिलेंगे और जल्द से जल्द इसका समाधान करने की मांग करेंगे. अगर, इसका समाधान नहीं हुआ तो संघ आंदोलन करने को मजबूर होगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है