झारखंड: प्राइवेट स्कूलों में ट्रेंड हो रहे सरकारी हाईस्कूल के शिक्षक, आंगनबाड़ी सेविकाओं को भी मिलेगी ट्रेनिंग
डीबीएमएस ग्रुप के चेयरपर्सन बी चंद्रशेखर ने कहा कि शिक्षा विभाग की ओर से सरकारी स्कूल के शिक्षकों को ट्रेनिंग देने को कहा गया था. पहले चरण में 100 शिक्षकों की ट्रेनिंग हो चुकी है. आंगनबाड़ी सेविकाओं को भी ट्रेनिंग देने को कहा गया है.
जमशेदपुर: पूर्वी सिंहभूम जिले के सरकारी हाईस्कूलों की शैक्षणिक गुणवत्ता को बढ़ाने को लेकर कई नये प्रयोग किये जा रहे हैं. इसी कड़ी में तय किया गया है कि हाईस्कूल के शिक्षकों को पठन-पाठन को रोचक बनाने की ट्रेनिंग दी जायेगी, ताकि वे तकनीक का इस्तेमाल कर पाठ्यक्रम को स्टूडेंट फ्रेंडली बना सकें. इसके लिए अनएडेड प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन को सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को ट्रेनिंग देने को कहा गया है. इसके आलोक में पहले चरण में 100 शिक्षकों की ट्रेनिंग दी जा चुकी है. उन्हें मैथ व इंग्लिश के पाठ्यक्रम में उदाहरण व थ्री डी तकनीक का इस्तेमाल करने, गणित के फॉर्मूले आसानी से याद करने के तरीके सिखाये गये.
आंगनबाड़ी सेविकाओं को भी ट्रेनिंग
अगले चरण में 700 आंगनबाड़ी सेविकाओं को ट्रेनिंग दिलाने की तैयारी है, ताकि गांव में तीन से चार साल तक के बच्चों को आंगनबाड़ी केंद्र में खेल-खेल में किताबी ज्ञान दिया जा सके. इसके लिए भी प्राइवेट स्कूल के जूनियर क्लास के बच्चों की मदद ली जायेगी. उक्त सेविकाओं को ट्रेनिंग देने के बाद उन्हें उसी अनुसार गांवों में उक्त ज्ञान को धरातल पर उतारने को कहा जायेगा.
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शिक्षकों व आंगनबाड़ी सेविकाओं को ट्रेनिंग
डीबीएमएस ग्रुप के चेयरपर्सन बी चंद्रशेखर ने कहा कि शिक्षा विभाग की ओर से सरकारी स्कूल के शिक्षकों को ट्रेनिंग देने को कहा गया था. पहले चरण में 100 शिक्षकों की ट्रेनिंग हो चुकी है. आंगनबाड़ी सेविकाओं को भी ट्रेनिंग देने को कहा गया है.
नयी तकनीक की जानकारी के लिए शिक्षकों को ट्रेनिंग
जिला शिक्षा पदाधिकारी निर्मला बरेलिया ने कहा कि सरकारी स्कूल के शिक्षक नयी तकनीक का इस्तेमाल कर पढ़ा सकें. इससे संबंधित उन्हें ट्रेनिंग दिलायी गयी. इसका फायदा स्टूडेंट्स को मिलेगा. शिक्षकों व विद्यार्थियों के बीच के कम्युनिकेशन गैप को भी दूर करने का प्रयास किया जा रहा है.