Jharkhand News: आदित्यपुर (सरायकेला खरसावां)-झारखंड के राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने कहा कि नवाचार आज की सबसे बड़ी शक्ति है. विद्यार्थियों को इससे प्रेरणा लेने की जरूरत है. धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा से प्रेरणा लेते हुए झारखंड को प्रगति के पथ पर ले जाना है. उन्होंने एनआईटी जमशेदपुर में आयोजित तीन दिवसीय इंडस्ट्रीज-एकेडेमिया कॉन्क्लेव के उद्घाटन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि ये बातें कहीं.
आज का दिन है ऐतिहासिक
राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने कहा कि आज का दिन ऐतिहासिक है. इसी दिन झारखंड अस्तित्व में आया था. आजादी की लड़ाई के महानायक धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की आज जयंती है. झारखंड के वीरों ने जिस तरह से अपने प्राणों की आहुति दी, वह कल्पना से परे है. उन्होंने कहा कि काफी कम आयु में भगवान बिरसा ने आजादी की लड़ाई लड़ी. उनसे प्रेरणा लेते हुए राज्य के विकास में योगदान देना है.
संस्थान राष्ट्र निर्माण की आधारशिला
राज्यपाल ने कहा कि इंडस्ट्रीज-एकेडेमिया कॉन्क्लेव सिर्फ विद्यार्थी ही नहीं, समाज और देश के लिए प्रमुख पहल है. यह संस्थान की उपलब्धि है. संस्थान सिर्फ ज्ञान के केंद्र नहीं होते, बल्कि राष्ट्र निर्माण की आधारशिला भी होते हैं. उद्योग और शिक्षा के बीच यह कॉन्क्लेव सेतु की तरह है. इससे भविष्य के विकास और नवाचार को नए अवसर मिलेंगे. नवीनतम तकनीक से उद्योगों की समस्याएं दूर होंगी. उद्योग और शिक्षा की साझेदारी से नयी सफलताएं मिलेंगी. ऐसे ही प्रयासों से विकसित भारत-2047 का सपना साकार होगा.
राष्ट्रगान से कार्यक्रम का हुआ शुभारंभ
तीन दिनों तक चलनेवाले कॉन्क्लेव के उद्घाटन समारोह का शुभारंभ राष्ट्रगान से हुआ. राष्ट्रगान के बाद राज्यपाल संतोष गंगवार ने अन्य अतिथियों के साथ दीप प्रज्ज्वलित किया और भगवान बिरसा मुंडा के चित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित किया. उन्होंने कार्यक्रम की स्मारिका का विमोचन किया. संस्थान के निदेशक प्रो गौतम सूत्रधर ने शॉल और स्मृति चिह्न प्रदान कर उनका अभिनंदन किया. सीआईआई के चेयरमैन एसके बेहरा, आईआईटी (आईएसएम) धनबाद के निदेशक प्रो सुकुमार मिश्रा और आईआईटी भिलाई के निदेशक प्रो राजीव प्रकाश का भी अभिनंदन किया गया. कार्यक्रम का संचालन डॉ श्वाति सुधा ने किया.
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