ग्रामीण डाक सेवक बहाली:छात्र को जम्मू-कश्मीर बोर्ड से मैट्रिक में मिले 98.6 फीसदी अंक, सर्टिफिकेट की होगी जांच
युवक ने जम्मू कश्मीर बोर्ड से मैट्रिक परीक्षा वर्ष 2016 में पास की है. उम्मीदवार को सभी विषयों में ए-वन श्रेणी प्राप्त है. परीक्षा में 98.6 फीसद अंक मिले हैं. इस दौरान युवक की उम्र 23 वर्ष हो गयी थी. अभ्यर्थी ने मैट्रिक सत्र वर्ष 2016-2019 बताया है. यह जांच कमेटी के लिए एक और नयी पहेली बनी हुई है.
जमशेदपुर: झारखंड ग्रामीण डाक सेवक की बहाली के लिए जमा किये गये आवेदन में लगे सर्टिफिकेट के फर्जीवाड़े की आशंका लगातार बढ़ती जा रही है. लिहाजा मामले की जांच शुरू कर दी गयी है. सूत्रों की मानें तो बिहार के जहानाबाद निवासी नवीन कुमार सिंह के आवेदन को स्क्रूटनी में संदिग्ध माना गया है. इसे जांच के दायरे में लाया जा रहा है. आवेदन के अनुसार अभ्यर्थी की जन्म तिथि 15 मई वर्ष 1993 है. युवक ने जम्मू कश्मीर बोर्ड से मैट्रिक परीक्षा वर्ष 2016 में पास की है. उम्मीदवार को सभी विषयों में ए-वन श्रेणी प्राप्त है. परीक्षा में 98.6 फीसद अंक मिले हैं. इस दौरान युवक की उम्र 23 वर्ष हो गयी थी. अभ्यर्थी ने मैट्रिक सत्र वर्ष 2016-2019 बताया है. यह जांच कमेटी के लिए एक और नयी पहेली बनी हुई है.
1580 पदों पर होनी है बहाली
झारखंड में 1580 पदों पर बहाली होनी है. इसमें से कोल्हान प्रमंडल में 351 ग्रामीण डाक सेवकों की बहाली होगी. अंक पत्र में गड़बडी की आशंका को देखते हुए डाक विभाग ने मामले का संज्ञान लिया है. इस मुद्दे पर रांची में विभागीय अधिकारियों की शनिवार को उच्च स्तरीय बैठक हुई. तय किया गया है कि आवेदन में अपलोड प्रमाण पत्रों को सत्यापन के लिए संबंधित परीक्षा बोर्ड में भेजा जायेगा. फर्जीवाड़े की पुष्टि होने पर संबंधित अभ्यर्थियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करायी जायेगी.
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प्रमाण पत्र देखकर अधिकारी हैरान
झारखंड ग्रामीण डाक सेवक बहाली के लिए आवेदन करने वाले कई उम्मीदवारों को मैट्रिक में 100 प्रतिशत अंक प्राप्त हैं. 1587 अभ्यर्थियों को 90 प्रतिशत से ज्यादा अंक मिले हैं. अंक पत्र देखकर विभाग के अधिकारी हैरान हैं. एसी,ओबीसी कोटा में फार्म भरने वाले अभ्यर्थी गुलाब कुमार दास,आरव राज,सुमन आनंद,नवीन कुमार,रोहित कुमार को मैट्रिक परीक्षा में 100 प्रतिशत अंक मिले हैं. लिहाजा प्रमाण पत्रों की जांच कराने का फैसला किया गया है.
बिहार में हो चुकी है गिरफ्तारी
झारखंड से पूर्व पड़ोसी राज्य बिहार में मैट्रिक सर्टिफिकेट में फर्जीवाड़ा कर बहाली के लिए आवेदन जमा करने का मामला सामने आ चुका है. मुजफ्फरपुर में 11 अभ्यर्थियों को गिरफ्तार किया गया था. गिरफ्तार अभ्यर्थी पटना , सीवान,गोपालगंज,छपरा और बक्सर के रहने वाले थे. उत्तर बिहार के आठ जिलों के 647 ग्रामीण डाक सेवकों में 592 फर्जी सर्टिफिकेट पकड़े गये थे. बिहार के बाद अब झारखंड में भी बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़े की आशंका व्यक्त की जा रही है. केंद्र सरकार की ओर से 40 हजार ग्रामीण डाक सेवक की बहाली की जा रही है.