जमशेदपुर : झारखंड एकेडमिक काउंसिल परीक्षा लेने से लेकर रिजल्ट जारी करने तक में उच्च तकनीक (हाइटेक) का इस्तेमाल कर रही है. अब मैट्रिक व इंटर की कॉपियों के मूल्यांकन के बाद मार्क्स फाइल भर कर उसे डेटा सेंटर पर भेजने में अधिकतम 10 दिन ही लगेंगे. जबकि पहले इसमें 45 दिन लगते थे. इस बार से जैक में एमआर बेस्ड ऑनलाइन टेक्नोलॉजी का उपयोग किया जा रहा है. जिसमें उत्तर पुस्तिका का मूल्यांकन होने के बाद शिक्षक को न परीक्षार्थी का नाम लिखना होगा, न संबंधित विषय का नाम या रोल नंबर. सारा कुछ पूर्व से ही एक एमआर बेस्ड शीट में अंकित होगा. शिक्षक को सिर्फ संबंधित विषय में परीक्षार्थी को हासिल अंक अंकित करना है. मार्क्स को अंकित करने के साथ ही उसे डिजिटल मोड में डेटा सेंटर को भेज दिया जायेगा. जहां संबंधित परीक्षार्थी का मार्क्सशीट तैयार किया जायेगा. पूरी प्रक्रिया त्रुटि रहित हो, इसके लिए जैक की ओर से ट्रायल की शुरुआत रविवार को की गयी. पांच राउंड के ट्रायल के बाद अगर कोई त्रुटि सामने नहीं आती है तो उक्त टेक्नोलॉजी को इस साल से लागू कर दिया जायेगा. इस सिस्टम को लागू करने के बाद सभी शिक्षकों को इसकी ऑनलाइन ट्रेनिंग दी जायेगी.
एक मार्च से ही उत्तर पुस्तिका का उठाव होगा शुरू
जैक की ओर से इस बार रिकार्ड टाइम में मैट्रिक व इंटर की परीक्षा का रिजल्ट जारी करने की तैयारी है. परीक्षा होने के तीन दिनों के बाद ही उत्तर पुस्तिका को बैंक से हटा कर मेन ट्रेजरी भेजने को कहा गया है. इसके अलावा 26 फरवरी को परीक्षा खत्म होने के बाद एक मार्च से सभी जिले में कॉपियों का उठाव करवा लेना है.
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