22 जुलाई से सावन के पवित्र माह की शुरुआत, पहले ही दिन सोमवारी पड़ने से श्रद्धालु उत्साहित

सोमवार 22 जुलाई को सावन के पवित्र महीने की शुरुआत हो रही है. सावन की शुरुआत सोमवारी के दिन से ही होने वाली है. जमशेदपुर के सभी मंदिरों के पट सुबह से ही खुल जाएगी और भक्तों की लंबी कतारें लगने की उम्मीद है.

By Kunal Kishore | July 21, 2024 10:33 PM

भगवान भोलेनाथ का सबसे प्रिय महीना सावन आज से शुरू हो रहा है. श्रद्धा और विश्वास का यह महीना इस बार बेहद शुभ संयोग लेकर आया है, जिसके पहले दिन ही सोमवारी है. धार्मिक मान्यता है कि सावन की सोमवार को जो भक्त शिव की पूजा करता है, महादेव की उस पर पूरी कृपा रहती है. इसी कृपा को पाने के लिए श्रद्धालु शिवालयों में जलाभिषेक करेंगे. इसको लेकर शहर स्थित शिवालयों में भी विशेष साज-सज्जा की गयी है. जलाभिषेक में श्रद्धालुओं को कोई परेशानी न हो इसके लिए मंदिर कमेटियों की तरफ से भी पूरी तैयारी की गयी है. प्राय: मंदिरों के पट सुबह पांच बजे खुल जायेंगे. जलाभिषेक के साथ कई मंदिरों में रुद्राभिषेक पूजा भी होगी.

शीतला माता मंदिर साकची : पांच घंटे तक होगा रुद्राभिषेक

शीतला माता मंदिर साकची के पट सुबह 5:00 बजे खुल जायेंगे. सोमवारी के कारण मंदिर के पट दिनभर खुले रहेंगे. मंदिर के पुरोहित राजू वाजपेयी ने बताया कि दिनभर भोलेनाथ का जलाभिषेक होगा. संध्या सात बजे गंगाजल, शुद्ध गंगाजल और 21 लीटर गाय दूध से भोलेनाथ का रुद्राभिषेक किया जायेगा, जो करीब पांच घंटे तक चलेगा.

श्री श्री साकची शिव मंदिर : शाम पांच बजे होगा भोलेनाथ का शृंगार

श्री श्री साकची शिव मंदिर के पट सुबह 5:30 बजे खुल जायेंगे. भोलेनाथ का दिनभर जलाभिषेक होगा. मंदिर के उमेश शाह ने बताया कि संध्या 5:00 बजे भगवान का शृंगार होगा. पांच पंडितों द्वारा संध्या 7:30 बजे से महिमन पाठ किया जायेगा और भजन का आयोजन होगा. श्रद्धालुओं के बीच प्रसाद का वितरण किया जायेगा.

परमहंस लक्ष्मीनाथ गोस्वामी मंदिर बिष्टुपुर : जलाभिषेक के दौरान ही होगा रुद्राभिषेक

परमहंस लक्ष्मीनाथ गोस्वामी मंदिर बिष्टुपुर के पट सुबह 5:00 बजे खुलेंगे. महाकाल का जलाभिषेक होगा. इस दौरान रुद्राभिषेक भी शुरू हो जायेगा. संध्याकाल में स्थानीय कीर्तन मंडली की ओर से मंदिर परिसर में भोलेनाथ के भजन-कीर्तन का आयोजन होगा.

रंकिणी मंदिर कदमा : शाम में होगी आरती पूजा

रंकिणी मंदिर कदमा के पट सुबह 5:30 बजे खुलेंगे. मंदिर कमेटी के महासचिव जनार्दन पांडेय ने बताया कि सुबह महादेव की नित्य पूजा के बाद श्रद्धालुओं के लिए पट खोल दिये जायेंगे. उन्होंने बताया कि इस दौरान शिवलिंग का रुद्राभिषेक भी किया जाएगा. दोपहर 12:30 बजे पट बंद हो जायेगा. पुन: संध्या 4:00 बजे मंदिर के पट खुलेंगे. संध्या में आरती पूजा होगी.

पारडीह काली मंदिर : दिनभर होगा जलाभिषेक

पारडीह काली मंदिर के पट सुबह 5:00 बजे खुल जायेंगे. प्रांगण स्थित शिव मंदिर में दिनभर जलाभिषेक होगा. श्रद्धालुओं के लिए संध्याकाल में भी जलाभिषेक के लिए मंदिर के पट खुले रहेंगे. आरती पूजा होगी.

श्री लक्ष्मीनारायण मंदिर केबल टाउन : सुबह से होगी पूजा

श्री लक्ष्मीनारायण मंदिर केबल टाउन के पट सुबह 5:45 बजे खुल जायेंगे. मंदिर के प्रभारी विनोद पांडेय ने बताया कि मंदिर प्रांगण स्थित शिवालय में सुबह से भोलेनाथ का जलाभिषेक शुरू हो जायेगा. दोपहर में थोड़ी देर के लिए पट बंद होंगे. संध्याकाल में आरती पूजा होगी.

भुवनेश्वरी मंदिर टेल्को : भगवान का होगा पंचामृत अभिषेक

भुवनेश्वरी टेल्को के पट श्रद्धालुओं के लिए सुबह 6:00 बजे खुल जायेंगे. साढ़े बारह बजे विश्राम दिया जायेगा. पुन: संध्या पांच बजे पट खोले जायेंगे. मंदिर के महंत प्रमुख आचार्य गोविंद राजन ने बताया कि सुबह जलाभिषेक होगा. भगवान शंकर का पंचामृत अभिषेक होगा. सुगंध, चंदन तेल, गुलाब जल आदि से अभिषेक होगा. संध्याकाल में शृंगार पूजा होगी. दीप अलंकार सेवा होगी. रूद्र पाठ के बाद श्रद्धालुओं के बीच प्रसाद वितरण होगा.

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