पत्नी की मानसिक स्थिति थी खराब, छोटी-छोटी बात पर करती थी झगड़ा : रवि अग्रवाल
पत्नी से था विवाद, लेकिन हत्या नहीं करायी: रवि अग्रवाल
-ज्योति अग्रवाल हत्याकांड. पत्नी से परेशान होकर रवि बच्चों को भेजने वाला था हॉस्टल
-पत्नी से था विवाद लेकिन हत्या नहीं करायी, मुझ पर लगा आरोप गलत है: रवि अग्रवाल
फोटो – दूबे जीवरीय संवाददाता, जमशेदपुर
सोनारी आस्था हाईटेक सिटी निवासी ज्योति अग्रवाल उर्फ स्वीटी के पति प्लाइ कारोबारी रवि अग्रवाल ने प्रभात खबर से बातचीत में बताया कि उनकी दो दिसंबर 2009 को ज्योति के साथ शादी हुई थी. स्वीटी की मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी. उसका टीएमएच में इलाज चल रहा था. वह अक्सर छोटी-छोटी बातों पर झगड़ती थी. डॉक्टर की दवा भी वह ठीक से नहीं खाती थी. पिछले 12 दिसंबर को पत्नी स्वीटी ने छत से कूद कर आत्महत्या करने का प्रयास किया था.आठ दिसंबर को उसके भाई रीषु की शादी थी. उसमें भी वह अपनी बहन से झगड़ ली थी. 12 दिसंबर को जब पत्नी ने आत्महत्या करने का प्रयास किया तो मैंने इसकी जानकारी ससुरालवालों को दी थी. हमें दो जुड़वा बच्चे हैं. एक रियान बंसल और दूसरा रिधान बंसल हैं. दोनों का रांची में हॉस्टल में नाम लिखाया है. आगामी तीन अप्रैल को दोनों बेटे को रांची हॉस्टल पहुंचाना था. रवि अग्रवाल ने बताया कि पिछले मंगलवार को पत्नी ने मुझसे झगड़ा किया था. मेरी ठुड्डी पकड़ ली. जिसके बाद मैंने गुस्से में उसे एक थप्पड़ मार दिया था. जिसके बाद पत्नी मायके जुगसलाई चली गई. मायके जाने के बाद वह अक्सर मेरी चाची और मां को फोन पर गलती दोबारा नहीं करने की बात कहती थी. जिसके बाद हमारे पिता द्वारा समझौता हुआ. जिसके बाद वह रविवार को घर लौटी.
बेटे के कहने पर गया मिनी पंजाब रेस्टोरेंट
रवि अग्रवाल ने बताया कि शुक्रवार की शाम करीब साढ़े सात बजे दुकान से घर लौट गया था. जिसके बाद बेटा रेयान ने कहा कि मिनी पंजाब रेस्टोरेंट में खाना खाने चलना है. वह रेस्टोरेंट जाने की जिद करने लगा. कारण कि उसका एक सिख दोस्त अक्सर मिनी पंजाब रेस्टोरेंट में खाने जाता था. बेटा का जिद के कारण ही हमलोग मानगो के रास्ते मिनी पंजाब होटल गये. वहां खाना खाने के बाद मेरी तबीयत बिगड़ गई. मुझे उल्टी आने लगी. जिसके बाद मैने होटल से पानी का बोतल लिया और फिर पत्नी और दोनों बेटों को साथ घर लौटने लगा. रास्ते में पारडीह सिटी इन होटल के पास कार धीमा किया, कारण की मुझे उल्टी होने लगी. फिर कार स्टार्ट कर काली मंदिर से थोड़ा आगो रोका. पत्नी स्वीटी ने मुझे कुछ देर रुकने के लिए भी कहा. लेकिन मैंने मना कर दिया. जिसके बाद कांदरबेड़ा में उल्टी होने पर कार रोका. इस दौरान कार सिर्फ 30 से 40 किलोमीटर प्रतिघंटा की ही रफ्तार थी.
पहले मुझे पर चलाई गोली, फिर पत्नी को मारा
रवि अग्रवाल ने बताया कि कांदरबेड़ा में कार रोकने पर अचानक कार के दोनों ओर बदमाश आ गये. एक बदमाश ने मुझ पर पहले फायरिंग की, लेकिन गोली नहीं चली. मेरे तरफ का दरवाजा खुला था. जबकि पत्नी के साइड का दरवाजा और शीशा बंद था. मुझ पर मिस फायर होने के बाद दूसरे तरफ खड़े बदमाश ने बाहर से पत्नी पर फायरिंग कर दी. जिससे कार का शीशा टूट गया और पत्नी के सिर में गोली लगी. दोनों बेटा हमारा मोबाइल लिया था. मैंने उसे ससुर जी को फोन करने को कहा. जिसके बाद मैंने भी उनसे बात की और स्वीटी को गोली लगने की बात बतायी. रवि अग्रवाल ने कहा पत्नी से विवाद था. लेकिन हत्या नहीं करायी मुझ पर लगा आरोप गलत है.
बच्चों को हॉस्टल में छोड़ने के बाद पत्नी को मायके पहुंचाता
रवि अग्रवाल ने कहा कि पत्नी की हरकत से काफी परेशान था. इस कारण में सोचा था कि 3 अप्रैल को दोनों बेटा को रांची हॉस्टल भेजने के बाद पत्नी को भी मायके पहुंचा देता. लेकिन इस बीच घटना घट गयी. पुलिस सच्चाई का पता लगाये और गोली चलाने वाले बदमाश को गिरफ्तार करें.
दो दिन बदमाश ने कार के गेट में धमकी भरा पत्र छोड़ा
उन्होंने बताया कि गत 21 और 22 फरवरी को बदमाश ने भुइयांडीह स्थित मेरी दुकान के पास खड़ी कार की गेट में धमकी भरा चिट्ठी फंसा दी थी, जिसमें 25 लाख रुपये की रंगदारी मांगी गयी थी. मैंने सीसीटीवी फुटेज को खंगाला, लेकिन कोई संदिग्ध नहीं दिखा. जिसके बाद मैंने इसकी जानकारी अपने पिता राजेन्द्र अग्रवाल और घरवालों को दी. 24 फरवरी को पिता धनबाद से घर पहुंचे. जिसके बाद 26 फरवरी को सीतारामडेरा थाना में पिता ने लिखित शिकायत की थी. लेकिन पुलिस द्वारा कार्रवाई नहीं की. रवि अग्रवाल ने बताया कि कुछ दिनों तक तो मैं काफी भयभीत था. लेकिन धीरे- धीरे दिन गुजरने पर पूर्व की भांति रहने लगा. उन्होंने बताया कि पिता राजेन्द्र अग्रवाल का धनबाद के मेम्को मोड़ पर प्लाई की दुकान है.
पहले पापा- फिर मम्मी पर चलायी गोली
सुवर्णरेखा बर्निंग में अंतिम संसार में स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता पहुंचे. उन्होंने मृतक के परिवार को ढाढ़स दिया और आश्वस्त किया कि हमलावर जरूर पकड़े जायेंगे. पुलिस जांच कर रही है. इसी बीच मृतका के दोनों बेटे रियान बंसल और रिधान बंसल को परिजन मंत्री बन्ना गुप्ता के पास लेकर पहुंचे. जिसके बाद परिजन ने बच्चों से घटना के बाबत बताने की बात कही. जिसके बाद बच्चों ने बताया कि हमलोग होटल से खाना खा कर लौट रहे थे. रास्ते में एक लड़का ने पहले पापा पर गोली चलायी,लेकिन गोली नहीं चली, बाद में मम्मी पर गोली चला दी. घटना के बाबत जानकारी देने के बाद बच्चों को किनारे कर दिया गया.