खबर का असर : गोल पहाड़ी से पत्थर खनन बंद रखने का निर्देश, 10 पोकलेन समेत कई वाहन जब्त
झारखंड विधानसभा की निवेदन समिति ने शुक्रवार को गोविंदपुर थाना क्षेत्र के मंडरो गोलपहाड़ी पत्थर खनन क्षेत्र का औचक निरीक्षण किया. टीम के यहां पहुंचने से पूर्व ही गोल पहाड़ी से सटे सभी आठ बड़े-बड़े क्रशर बंद हो गये थे.
गोविंदपुर : झारखंड विधानसभा की निवेदन समिति ने शुक्रवार को गोविंदपुर थाना क्षेत्र के मंडरो गोलपहाड़ी पत्थर खनन क्षेत्र का औचक निरीक्षण किया. टीम के यहां पहुंचने से पूर्व ही गोल पहाड़ी से सटे सभी आठ बड़े-बड़े क्रशर बंद हो गये थे. पोकलेन, जेसीबी ट्रैक्टर व अन्य वाहनों को गोल पहाड़ी के नीचे छिपा दिया गया था. निवेदन समिति ने लीज एरिया की जांच होने तक पत्थर खनन बंद रखने का निर्देश दिया.
इस दौरान खान निरीक्षक ने छिपाये वाहनों को गोविंदपुर थाना के सुपुर्द कर दिया. इसमें 10 पोकलेन और अन्य वाहन भी थे. समिति के सदस्यों ने लीज धारकों को मौके पर ही बुलवाया, लेकिन कोई भी लीज धारक नहीं पहुंचा. समिति की पूछताछ में खनन विभाग के निरीक्षक पिंटू कुमार व सुनील कुमार यह बताने में असमर्थ रहे कि कितने लोगों को कितने एरिया की लीज दी गयी है. किनकी लीज की अवधि चालू है और किनकी लीज अवधि समाप्त हो चुकी है. खनन इंस्पेक्टरों द्वारा लीज के संबंध में विस्तृत जानकारी नहीं देने पर समिति ने डीसी से शिकायत की. इसके बाद डीसी ने डीएमओ को आवश्यक जानकारी उपलब्ध कराने का निर्देश दिया.
देर रात तक होता है पत्थर खनन : पूछताछ के क्रम में ग्रामीणों ने समिति के सदस्यों को बताया : यहां सुबह से लेकर देर रात तक पत्थर का खनन होता रहता है. हैवी ब्लास्टिंग की जाती है. क्रशर में चहारदीवारी नहीं है. पेड़ पौधे नहीं लगाये गये हैं. पत्थर एवं गिट्टी परिवहन के रास्ते में जल छिड़काव भी नहीं किया जाता है.ग्रामीणों ने यह भी बताया कि अवैध खनन में अब तक छह लोगों की मौत हो चुकी है. परंतु लीज धारकों द्वारा मृतक के परिजनों को उचित मुआवजा भी नहीं दिया जाता है. उन्होंने यह भी शिकायत की कि क्रशर का कचरा खुदिया नदी में डाल दिया जाता है. इस कारण नदी लगातार संकीर्ण होती जा रही है.
ऐतिहासिक व प्राकृतिक धरोहर है गोल पहाड़ी : निवेदन समिति के सभापति बरही विधायक उमाशंकर यादव अकेला ने कहा : गोल पहाड़ी ऐतिहासिक व प्राकृतिक धरोहर है. वैध व अवैध खनन कर इसके अस्तित्व को समाप्त करने की कोशिश की जा रही है. गोलपहाड़ी में अवैध पत्थर उत्खनन के मामले को विधानसभा में जोरदार तरीके से उठाया जायेगा. समिति के सदस्य सिंदरी विधायक इंद्रजीत महतो ने कहा : जितने व्यापक स्तर पर यहां खनन हो रहा है, उस अनुपात में खनन विभाग को राजस्व नहीं मिल रहा.
खनन विभाग, प्रदूषण विभाग व स्थानीय प्रशासन की मिलीभगत के कारण इस ऐतिहासिक गोल पहाड़ी का अस्तित्व संकट में है. समिति की सदस्य झरिया विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह ने कहा : पुलिस प्रशासन की नजर केवल कोयला लदी गाड़ियों पर रहती है. झारखंड कि इस महत्वपूर्ण संपदा का विनाश हो रहा है, इस पर पुलिस प्रशासन का कोई ध्यान नहीं है. समिति के सदस्य सिमडेगा विधायक सुभाष बाड़ा ने कहा : इस प्राकृतिक धरोहर के अस्तित्व के सवाल से समझौता कर राजस्व वसूलना बेईमानी होगी. टीम के साथ प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी आरएन चौधरी, डीटीओ ओम प्रकाश यादव व थाना प्रभारी सुरेंद्र कुमार सिंह भी थे.
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निरीक्षण से पूर्व क्रशर बंद कर भाग गये संचालक, बुलाने पर भी काेई नहीं आया
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कितने काे लीज दिया गया है, समिति काे बताने में असमर्थ रहे खनन निरीक्षक
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ग्रामीणाें ने समिति सदस्याें काे बताया, अब तक छह लाेगाें की हाे चुकी है माैत
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लीज एरिया की जांच हाेने तक पत्थर का खनन बंद रहेगा
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अवैध उत्खनन करनेवालों के खिलाफ दर्ज होगा मुकदमा
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पत्थर उत्खनन की समस्या पर अक्सर ध्यान आकर्षित कराता रहा है प्रभात खबर : गोविंदपुर के प्राकृतिक धरोहर गोल पहाड़ी का अस्तित्व आने वाले कुछ वर्षों में समाप्त हो जायेगा. गत कुछ वर्षों से हो रहे पत्थर उत्खनन की वजह से यहां पर पहाड़ी के सिर्फ अवशेष ही बचे हैं. इस ओर प्रभात खबर ने अपनी खबरों के माध्यम से अक्सर ध्यान आकर्षित किया है.
विधायक इंद्रजीत ने बताया प्रभात खबर में 15 जून को ‘मैं गोल पहाड़ी हूं, मेरे अस्तित्व को बचा लो’ शीर्षक प्रकाशित खबर को सभापति के समक्ष रखा. इसके बाद समिति ने इसे संज्ञान में लिया और निरीक्षण की रणनीति बनी. गौरतलब है कि पांच जून 2015 को भी ‘गोल हो गयी मंडरो की गोल पहाड़ी’ शीर्षक खबर प्रकाशित की गयी थी.
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Posted by: Pritish sahay