जमशेदपुर : आइआइटी दिल्ली ने ग्रेजुएट एप्टीट्यूड टेस्ट इन इंजीनियरिंग (गेट) 2020 की परीक्षा का रिजल्ट जारी किया. इसमें बिरसानगर जोन नंबर 8 की श्वेता सोना को कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग में पूरे देश में छठा स्थान हासिल हुआ है. प्रभात खबर से बात करते हुए श्वेता सोना ने कहा कि उसे उम्मीद थी कि वह इस परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन करेगी. श्वेता बारीडीह हाइस्कूल की पूर्व छात्रा है. उसने 2012 में मैट्रिक की परीक्षा पास की थी और जिला टॉपर भी थी. श्वेता के पिता राधेश्याम सोना ठेका मजदूर हैं. मां सलोनी सोना गृहिणी हैं, जबकि छोटी बहन मौसमी सोना राउरकेला से डिप्लोमा व छोटा भाई एसडीएसएम स्कूल में 11 वीं क्लास में पढ़ाई करता है.
साइंटिस्ट बनने का है सपना
श्वेता सोना ने बारहवीं तक की पढ़ाई डीएवी बिष्टुपुर से की. इसके बाद भुवनेश्वर के सीइबी कॉलेज से कंप्यूटर साइंस से इंजीनियरिंग की. पढ़ाई के लिए उसने एजुकेशन लोन भी लिया था. लेकिन किसी कारण से कैंपस प्लेसमेंट नहीं हो सका. इसके बाद ऑफ कैंपस में श्वेता का चयन गूगल में हुआ. फिलहाल वह गूगल में नौकरी करने के साथ ही गेट की परीक्षा की तैयारी भी कर रही थी.
सिर्फ 18.8 प्रतिशत उम्मीदवार ही हुए पास
आइआइटी दिल्ली ने गेट की परीक्षा का रिजल्ट जारी किया. जानकारी के अनुसार गेट के 25 पेपरों में कुल 8,58,890 पंजीकृत उम्मीदवारों में से 6,85,088 उम्मीदवारों ने परीक्षा में हिस्सा लिया था. परीक्षा में हिस्सा लेने वाले उम्मीदवारों का प्रतिशत 79.76 था. इसमें करीब 18.8 प्रतिशत उम्मीदवार पास हुए. इस बार गेट 2020 परीक्षा का रिजल्ट 16 मार्च को जारी किया जाना था, लेकिन किसी कारण से यह तय समय से तीन दिन पहले ही जारी कर दिया गया. गेट का रिजल्ट तीन साल तक मान्य है. जो लोग परीक्षा पास करते हैं, वे न केवल आइआइटी, आइआइएससी में एमटेक कोर्सेज में दाखिले के लिए आवेदन करने के पात्र होंगे, बल्कि वे सरकारी क्षेत्र या प्रमुख सार्वजनिक सेक्टर्स में नौकरी के लिए आवेदन करने के पात्र होंगे. गेट स्कोर भी कुछ विदेशी विश्वविद्यालयों द्वारा स्वीकार किया जाता है.
क्या है गेट परीक्षा : गेट परीक्षा इंजीनियरिंग, आर्किटेक्चर और टेक्नोलॉजी में एमटेक और एमएससी कार्यक्रमों में प्रवेश के लिए आयोजित की जाती है. गेट एक राष्ट्रीय स्तर की परीक्षा है और इसका उपयोग डीआरडीओ जैसे कुछ संगठनों द्वारा भारत सरकार के अधीन भर्ती के लिए पात्रता निर्धारित करने के लिए भी की जाती है. इस बीच गेट 2020 में अर्हता प्राप्त करने वालों को आइआइटी, एनआइटी, जीएफटीआइ, आइआइएससी के विभिन्न प्रसिद्ध तकनीकी संस्थानों से विभिन्न मास्टर्स कार्यक्रमों में एडमिशन दिया जायेगा. गेट का संचालन भारतीय विज्ञान संस्थान बेंगलुरु और सात आइआइटी (मुंबई, दिल्ली, गुवाहाटी, कानपुर, खड़गपुर, मद्रास और रुड़की) द्वारा संयुक्त रूप से किया जाता है.