Jharkhand News: पूर्वी सिंहभूम जिले में अचानक कोरोना, एच3एन2 और चिकन पॉक्स के मामले में हुई बढ़ोतरी ने स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ा दी है. सोमवार को कोरोना के चार, एच3एन2 के तीन और चिकन पॉक्स के तीन मामलों की पुष्टि होने के बाद विभाग अलर्ट हो गया है.
कोरोना : चार में से तीन मरीज एक ही परिवार के
जिले में एक बार फिर कोरोना के मरीज मिलने लगे हैं. सोमवार को 22 लोगों की कोरोना जांच की गयी, इनमें 19 की आरटीपीसीआर से तथा तीन की रैपिड जांच की गयी. जांच में चार पॉजिटिव पाये गये. इनमें सोनारी के एक ही परिवार के मां (48), बेटा (31) व बहू (28) शामिल हैं. वे लोग हाल में मुंबई से लौटे हैं. तबीयत खराब होने पर टीएमएच इलाज कराने गये थे, जहां जांच के दौरान कोरोना पॉजिटिव पाये गये. वहीं एक अन्य 28 वर्षीय युवक टेल्को का रहने वाला है. उसे टाटा मोटर्स अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जांच में वह भी पॉजिटिव पाया गया. चारों का घर पर ही इलाज चल रहा है. फिलहाल पूरे जिले में कोरोना के पांच एक्टिव केस हो गये हैं.
एच3एन2 : टेल्को में तीन नये पॉजिटिव मिले
जमशेदपुर शहर में एच3एन2 इंफ्यूएंजा वायरस से संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है. सोमवार को तीन नये मामले सामने आये हैं. इनमें एक बुजुर्ग व दो बच्चे शामिल हैं. तीनों का इलाज टेल्को अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में चल रहा है. जिला सर्विलेंस विभाग ने दो दिन पहले टेल्को अस्पताल में भर्ती सात संदिग्धों का नमूना जांच के लिए एमजीएम मेडिकल कॉलेज भेजा था. इसमें तीन में संक्रमण की पुष्टि हुई है. इन लोगों को सर्दी, खांसी, बुखार, बदन दर्द, गले में परेशानी होने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया था. दो पहले भी एक एच3एन2 वायरस का पॉजिटिव शहर में मिला था. नये संक्रमितों को मिलाकर जिले में एच3एन2 इंफ्यूएंजा के चार मरीज हो गये है.
Also Read: खटिया पर प्रसूता को कराया नाला पार : फोन करने पर नहीं पहुंची 108 एंबुलेंस, ममता वाहन को देने पड़े 500 रुपयेचिकन पॉक्स : नरसिंहगढ़ में तीन मामलों की पुष्टि
धालभूमगढ़ के नरसिंहगढ़ गांव में चिकन पॉक्स फैलने की जानकारी मिलने पर जिला सर्विलेंस विभाग की टीम ने वहां जाकर जांच की थी. टीम ने तीन लोगों का नमूना जांच के लिए एमजीएम मेडिकल कॉलेज भेजा था. सोमवार को तीनों में चिकन पॉक्स की पुष्टि हुई. इसके पहले भी जिले के विभिन्न जगहों में 28 चिकन पॉक्स के मरीज मिल चुके हैं. अब तक मिले चिकन पॉक्स के मरीजों में पांच साल से 30 वर्ष के लोग शामिल हैं. सिविल सर्जन डॉ जुझार मांझी ने कहा कि चिकन पॉक्स को लेकर लोगाें को जागरूक करने की जरूरत है. प्राय: लोग झाड़-फूंक के चक्कर में डॉक्टर के पास नहीं जाते. इसे लेकर जागरूकता अभियान चलाया जायेगा.