Indian Railways News: टाटानगर स्टेशन होकर चलने वाली भुवनेश्वर-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस (ट्रेन संख्या 22823) शुक्रवार को दुर्घटना होने से बाल-बाल बच गयी. शुक्रवार को भुवनेश्वर- दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस शुक्रवार को निर्धारित समय से 3.50 बजे पहुंच गयी. हालांकि, दोपहर डेढ़ बजे ही हिजली स्टेशन से खड़गपुर डिवीजन एवं खड़गपुर डिवीजन रेलवे कंट्रोल को ट्रेन के चक्के में खराबी अाने की सूचना दी गयी. इस बीच चक्के से आग की चिंगारी अौर धुंआ निकलते ही यात्रियों में अफरा-तफरी मच गयी.
चक्के में आयी खराबी
यात्रियों ने तत्काल ट्रेन अधीक्षक (TTE) को इसकी सूचना दी. अधीक्षक ने रेलवे कंट्रोल को मैसेज भेजा. इस कारण राखामाइंस में ट्रेन खड़ी कर इंजन से तीसरी कोच बी-10 के तापमान की जांच की गयी. जांच में चक्के का तापमान मानक से ज्यादा निकाली, लेकिन राखा माइंस (खड़गपुर डिवीजन का इंटरमीडिएट स्टेशन) में चक्के की खराबी को ठीक नहीं किया जा सका.
टाटा स्टेशन से दो घंटे बाद हुई रवाना
वहीं, ट्रेन चक्रधरपुर डिवीजन में प्रवेश करते ही पहले से तैयार टाटा रेल प्रशासन की टीम ने एक लाइन को खाली कर रखा. ट्रेन के टाटा स्टेशन पहुंचने के बाद चक्के के टेप्रेचर की दोबारा जांच की गयी. मानक से ज्यादा तापमान मिलने की स्थिति में बी-10 कोच को काटकर अलग किया गया. इसके बाद उक्त कोच के रिप्लेसमेंट में दूसरी थर्ड एसी का कोच लगाकर ट्रेन को दो घंटे के बाद शाम 5.50 बजे रवाना किया.
दूसरे कोच से गये बी-10 के यात्री
इससे पूर्व ट्रेन से कोच को काटने एवं दोबारा उस स्थान पर दूसरा कोच लगाने के काम के दौरान बी-10 कोच के यात्रियों को प्लेटफॉर्म पर समान समेत उतरना पड़ा. फिर दोबारा दूसरे कोच लगने पर समान समेत चढ़ना पड़ा. गरमी मौसम के कारण दर्जनों यात्री अपने परिवार के साथ परेशान रहे. इस तरह भुवनेश्वर से नई दिल्ली तक कुल 1802 किलोमीटर की साढ़े 24 घंटे की यात्रा में दो घंटे अतिरिक्त लगने से यात्रियों को परेशान होना पड़ा. वहीं, टाटानगर रेलवे स्टेशन के निदेशक रघुवंश कुमार इस घटना को हॉट एक्सल होने की बात बतायी.
रिपोर्ट : कुमार आनंद, जमशेदपुर.