झारखंड में भ्रष्टाचार के खिलाफ मुखर हो रही है आवाज, आप भी ऐसे कर सकते हैं शिकायत
देशभर में भ्रष्टाचार के खिलाफ मुखर होने लगे हैं. अपने शहर जमशेदपुर में भी कई लोग भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाते रहे हैं, ताकि सरकारी तंत्र व विभिन्न विभागों में लगी भ्रष्टाचार रूपी दीमक से समाज व देश को बचाया जा सके. आप भी कई तरह से इसकी शिकायतें कर सकते हैं, पढ़ें पूरी रिपोर्ट-
देश ही नहीं, बल्कि पूरे विश्व में भ्रष्टाचार की जड़ें इतनी गहरी हो चुकी हैं कि इसे रोकने के तमाम उपाय नाकाफी साबित हो रहे हैं. ऐसे में अब आम लोग भी भ्रष्टाचार के खिलाफ मुखर होने लगे हैं. संयुक्त राष्ट्र महासभा की तरफ से 31 अक्तूबर 2003 को लोगों को जागरूक करने के मकसद से अंतरराष्ट्रीय भ्रष्टाचार विरोधी दिवस मनाने के संबंध में एक प्रस्ताव लाया गया, जिसके आलोक में प्रत्येक वर्ष नौ दिसंबर को यह दिवस मनाने की घोषणा की गयी. आज एक बार फिर इस अवसर पर सरकारी, प्राइवेट, गैर-सरकारी संस्थाएं और नागरिक संगठन भ्रष्टाचार के खिलाफ एकजुटता से लड़ाई लड़ने का संकल्प लेंगे. अपने शहर जमशेदपुर में भी कई लोग भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाते रहे हैं. अपने स्तर पर लड़ाई लड़ रहे हैं, ताकि सरकारी तंत्र व विभिन्न विभागों में लगी भ्रष्टाचार रूपी दीमक से समाज व देश को बचाया जा सके.
थाना प्रभारी के खिलाफ हुई कार्रवाई : बलदेव सिंह
दाइगुट्टू मानगो निवासी बलदेव सिंह अपने स्तर पर भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाते रहे हैं. वर्ष 2022 में उन्होंने मानगो थाना के तत्कालीन थाना प्रभारी को भ्रष्टाचार के खिलाफ पकड़वाया था. वे बताते हैं कि वह एक पार्टी से अपने घर मानगो लौट रहे थे, जहां उन्हें पुलिस द्वारा रोका गया और उनके खिलाफ मानगो थाने में शिकायत दर्ज की गयी. इसके बाद थाना प्रभारी राजीव रंजन सिंह उन्हें परेशान करने लगे, जबकि वे इस केस से बेल भी ले चुके थे. थाना प्रभारी 50 हजार रुपये घूस मांग रहे थे. 25 हजार रुपये पर बात बनी. इसकी शिकायत उन्होंने डीएसपी से की. इसके बाद उन्हें थाना प्रभारी को पैसे देने को कहा गया और थाना प्रभारी घूस लेते रंगे हाथों पकड़े गये. थाना प्रभारी छह महीने तक जेल में भी रहे. उन्होंने कहा कि अफसरशाही के कारण आम आदमी बोल नहीं पाता है. इसका फायदा अफसर उठाते हैं. यहां पर काम करने की जरूरत है. इसको लेकर लोगों के बीच जागरूकता फैलायी जानी चाहिए.
सामने लाया मनरेगा घोटाला : दिनेश महतो
पोटका के दिनेश महतो आरटीआइ कार्यकर्ता हैं. वर्ष 2007 से भ्रष्टाचार के खिलाफ उनकी लड़ाई चल रही है. वर्ष 2009 में पोटका की कोवाली पंचायत में उनके दम पर मनरेगा घोटाला सामने आया, जिसमें संबंधित अधिकारी नपे. क्वाली से डुमरिया तक सड़क निर्माण चार साल से अधूरा है. इसको लेकर भी वे मुखर हो रहे हैं. पौधारोपण घोटाले को सामने रखते हुए वे बताते हैं 100 से अधिक एकड़ जमीन में पौधारोपण होना था, लेकिन हुआ केवल 50 एकड़ जमीन में. उसमें भी केवल तीन अमरूद और एक सागवान के पौधे लगाये गये. इसमें 60 लाख रुपये की निकासी हुई थी.
बीपीएल बच्चों के एडमिशन में गड़बड़ी को किया उजागर
साकची के सदन कुमार ठाकुर शिक्षा विभाग के खिलाफ आवाज उठा चुके हैं. उन्होंने बताया कि बीपीएल बच्चों के एडमिशन की जगह सामान्य वर्ग के बच्चों का बीपीएल कार्ड बनाया जा रहा था. विभाग की तरफ से इसका जवाब नहीं दिया जा रहा था. तब उन्होंने आवाज मुखर की. इसी तरह वर्ष 2017 में डस्टबिन घोटाले को भी उन्होंने उजागर किया. वे बताते हैं कि सभी को मिलकर भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठानी की जरूरत है.
24 जिलों में किराये पर ली गयी ई-पॉस मशीनों की चल रही जांच
शंकरपुर परसुडीह के कृतिवास मंडल वर्ष 2005 से भ्रष्टाचार के खिलाफ काम कर रहे हैं. वह कई घोटाले उजागर कर चुके हैं. उन्होंने आरटीआइ को हथियार बनाया और झारखंड के सभी 24 जिलों में किराये पर ली गयी ई-पॉस बायोमेट्रिक मशीन का मामला सामने लाया है. इसमें 556 करोड़ रुपये किराये में बहा दिये गये हैं, जबकि इससे कम कीमत में मशीन आ जाती. इसकी उच्च स्तरीय जांच चल रही है.
भ्रष्टाचार पर बंटी हुई है जनभावना : सरयू राय
पूर्व मंत्री और जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय भ्रष्टाचार के खिलाफ मुखर रहे हैं. भ्रष्टाचार विरोधी दिवस के बहाने उन्होंने कहा कि अब लोगों की मानसिकता ही बदल गयी है. लोगों को लगता है कि पैसा और संपत्ति रहने से समाज में प्रतिष्ठा और प्रभाव बढ़ता है. भले ही वह संपत्ति भ्रष्टाचार से ही अर्जित की हुई क्यों न हो. लालू यादव के खिलाफ कितने आरोप लगे, फिर भी समाज में उनकी प्रतिष्ठा है. दरअसल अभी जनभावना बंटी हुई है.
स्वान्त: सुखाय से मिलती है लड़ने की शक्ति
विधायक सरयू राय ने कहा कि भ्रष्टाचार को तब तक नहीं रोका जा सकता है, जब तक सरकार में सही लोग नहीं जायेंगे, हम सही प्रतिनिधि नहीं चुनेंगे, तब तक ऐसा होता रहेगा. न्यायपालिका भी क्या कर सकती है. अभी ईडी की नोटिस जा रही है, लेकिन झारखंड के सीएम नहीं जा रहे. यह तो इंतहा है. जब मेड़ ही खेत खाने लगेगी तो क्या होगा? कहावत है न, मर्ज बढ़ता गया, ज्यों-ज्यों दवा की. अच्छे प्रतिनिधि चुनकर ही हम इस पर अंकुश लगा सकते हैं. उन्होंने उपाय सुझाते हुए कहा कि जनता को न्याय की शरण लेना होगा. देश में संविधान है, नियम-कानून बने हैं. यही रास्ता हो सकता है. उन्होंने कहा कि वे भ्रष्टाचार के खिलाफ इसलिए मुखर रहे हैं, क्योंकि खतरा मोल लेने की उनमें हिम्मत है. किसी न किसी को तो डटकर खड़ा होना ही होगा. कहा कि स्वान्त: सुखाय से उन्हें भ्रष्टाचार से लड़ने की शक्ति मिलती है.
ऐसे करें भ्रष्टाचार पर वार
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एंटी-करप्शन ब्यूरो, जमशेदपुर
आप किसी भी तरह की रिश्वत या भष्ट्राचार के लिए पुलिस में शिकायत कर सकते हैं. एंटी-करप्शन ब्यूरो राज्य कर्मचारियों के मामलों की जांच करता है. जमशेदपुर के सोनारी स्थित भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो में आप अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं. विभाग में तैनात डीएसपी विजय महतो ने बताया कि कोई भी व्यक्ति कार्यालय में आकर भ्रष्टाचार से संबंधित अपनी शिकायत दर्ज करा सकता है. उन्होंने बताया कि जनवरी से लेकर अब तक रिश्वत लेते आठ कर्मियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है. अगर आपसे कोई सरकारी कर्मी रिश्वत मांगता है तो बेझिझक इसकी शिकायत आप 9470590455 पर भी कर सकते हैं.
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सीबीआई से भी कर सकते हैं शिकायत
कई रिश्वत या भष्ट्राचार के ऐसे मामले होते हैं जो राज्य के बाहर के होते हैं या जिसका प्रभाव देश पर पड़ता है तो ऐसे मामलों की जांच सीबीआइ भी कर सकती है. अगर आपके साथ कभी कोई भ्रष्टाचार करता है या भ्रष्टाचार करने की कोशिश करता है तो आपको केंद्रीय सतर्कता आयोग को इसके बारे में जानकारी देनी चाहिए. यह जानकारी शिकायत के जरिए केंद्रीय सतर्कता आयोग के पते पर पत्र के जरिए भेजी जा सकती है. सतर्कता भवन, ए-ब्लॉक जीपीओ कॉम्प्लेक्स, आइएनए नयी दिल्ली- 110 023 पते पर पत्र लिखकर आप अपनी शिकायत पहुंचा सकते हैं. इसके अलावा आप 011- 24600200 पर कॉल कर भ्रष्टाचार की शिकायत कर सकते हैं, वहीं 011- 24651010 या 24651186 पर फैक्स भी कर सकते हैं.
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मनरेगा में भ्रष्टाचार की करें शिकायत
मनरेगा व पंचायतों में भ्रष्टाचार की शिकायत आप जिले के डीडीसी मनीष कुमार से मिलकर कर सकते हैं. इसके साथ ही गांवों में हो रहे विकास कार्य में कही भ्रष्टाचार होने पर आप 9472728026 पर शिकायत दर्ज करा सकते हैं.
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बैंकों से संबंधित शिकायत ऐसे करायें दर्ज
ग्राहकों की शिकायतों का निवारण करने के लिए लगभग हर बैंक का ग्रीवेंस रिडरेसल फोरम होता है. इसके अलावा एपीलेट अथॉरिटीज भी शिकायत के मामलों को सुलझाने का काम करती हैं. आप जिस भी बैंक के ग्राहक हों, उस बैंक का ग्रीवेंस रिडरेसल नंबर का पता कर लें. कुछ बैंक यह सुविधा भी देते हैं कि आप ऑनलाइन भी शिकायत दर्ज करा सकते हैं.
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