झारखंड : जमशेदपुर में नकली आंख लगाने के मामले में जांच पूरी, डीसी को सौंपी जायेगी रिपोर्ट
जमशेदपुर के केसीसी आई हॉस्पिटल में मोतियाबिंद का ऑपरेशन के बाद घाटशिला के एक मरीज को नकली आंख लगाने के मामले में जांच पड़ताल हुई. शुक्रवार को सिविल सर्जन डॉ जुझार मांझी एवं एमजीएम अस्पताल के नेत्र रोग विभाग के एचओडी डॉ एमएम जमाल ने पूछताछ की. जल्द इस जांच की रिपोर्ट डीसी को सौंपी जाएगी.
Jharkhand News: पूर्वी सिंहभूम के घाटशिला निवासी गंगाधर सिंह को नकली आंख लगाने के मामले की जांच पूरी हो गयी है. जांच टीम में शामिल सिविल सर्जन डॉ जुझार मांझी एवं एमजीएम अस्पताल के नेत्र रोग विभाग के एचओडी डॉ एमएम जमाल ने शुक्रवार को घाटशिला पहुंचे. मामले में दो लोगों से पूछताछ की गयी. दोनों के आंखों की जांच की गयी. जांच के दौरान दोनों की आंख सही पायी गयी. सिविल सर्जन डॉ जुझार मांझी ने बताया कि एक दिन में सात लोगों के मोतियाबिंद का ऑपरेशन किया गया था. इसमें पांच लोगों से पहले ही एमजीएम अस्पताल बुलाकर पूछताछ की गयी. आंखों की जांच की गयी थी.
दो मरीज नहीं हो सके थे उपस्थित
घाटशिला कीताडीह के रहने वाले पात्रों मांझी जिसको लकवा मार दिया है. वह आने में असमर्थ थे. दूसरा मरीज मोहन धीवर जांच टीम के सामने पेश नहीं हो रहा था. टीम ने उनके घर जाकर दोनों की जांच की. मोहन धीवर को चिकित्सकों की ओर से दी गयी सलाह से संबंधित कागजात की भी जांच की. इस संबंध में सिविल सर्जन डॉ मांझी ने बताया कि इस मामले की जांच पूरी हो गयी है. दो दिनों के अंदर इसकी रिपोर्ट बनाकर उपायुक्त को सौंप दी जायेगी.
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कुछ था मामला
18 नवंबर, 2021 को घाटशिला निवासी गंगाधर सिंह की आंख के मोतियाबिंद का ऑपरेशन साकची केसीसी आई हॉस्पिटल में हुआ था. बताया गया कि संक्रमण रोकने के लिए आंख की जगह सिंथेटिक मटेरियल की आंख लगा दी गयी थी. एक साल बाद दो अक्तूबर, 2022 को आंख से गोली बाहर निकलने पर मरीज को इसका पता चला. इसके बाद साकची थाने में पीड़ित ने हॉस्पिटल प्रबंधन पर मामला दर्ज कराया था.